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बाघ की तलाश में सर्च अभियान भरखनी क्षेत्र के अकौड़ा गांव के खेतों में जंगली जानवर के पगचिन्ह और मृत सियार मिला था, जिसके बाद ग्रामीणों ने दावा किया था कि इस इलाके में बाघ की मौजूदगी है। वही पुलिस व वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में अभियान चलाया, लेकिन बाघ की कहीं जानकारी नहीं मिली। लखीमपुर के जंगल में बाघ के जाने का अनुमान वन विभाग की टीम शाहजहांपुर से होकर लखीमपुर की ओर जंगलों में बाघ के जाने का अनुमान लगा रही थी। मंगलवार की सुबह ग्रामीणों को भरखनी ब्लॉक मुख्यालय गेट के सामने रोड पर बाघ के बच्चे का शव पड़ा मिला। सूचना पाकर डायल 112 पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
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बाघिन का हुआ गर्भपात – वन विभाग वन विभाग की टीम ने बताया कि इस इलाके में बाघिन हैं, और कम दिनों में ही उसका किसी तरह गर्भपात हो गया। यह बाघ के बच्चे का शव उसी बाघिन का हैं। शव बाघ या फिर फिशकैट होने की संभावना क्षेत्रीय वनाधिकारी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि शव को कब्जे में लिया गया है, उसकी हर एंगल से फोटो कराई गई है। जोकि वन जंतु विशेषज्ञों को भेजी जा रही है। शव बाघ या फिर फिशकैट होने की भी संभावना है। पग चिन्हों के आधार पर क्षेत्र में कांबिग तेज कर दी गई है। आशंका है कि नर बाघ के विचरण से मादा होने की संभावना है।