हरदोई में कई धार्मिक स्थल
हरदोई में कई धार्मिक स्थल हैं, जहां पर दिन श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ लगती है। इनमें शहर का बाबा मंदिर, श्रवण देवी का मंदिर, सकाहा शंकर मंदिर, मल्लावां का सुनाथीर नाथ मंदिर, हत्याहरण तीर्थ (Hatyaharan Tirth) और धोबिया आश्रम प्रसिद्ध हैं। इन स्थलों पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा हरदोई जिले की पूर्वी सीमा पर गोमती नदी कल-कलकर बहती है तो उत्तर-पश्चिम में गंगा नदी लोगों की प्यास बुझाती है। इसके अलावा जिले में रामगंगा, गरुणगंगा (गर्रा), सुखेता, सई, घरेहरा, नीलम आदि नदियां भूमि को उपजाऊ बनाती हैं।
हरदोई में कई धार्मिक स्थल हैं, जहां पर दिन श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ लगती है। इनमें शहर का बाबा मंदिर, श्रवण देवी का मंदिर, सकाहा शंकर मंदिर, मल्लावां का सुनाथीर नाथ मंदिर, हत्याहरण तीर्थ (Hatyaharan Tirth) और धोबिया आश्रम प्रसिद्ध हैं। इन स्थलों पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा हरदोई जिले की पूर्वी सीमा पर गोमती नदी कल-कलकर बहती है तो उत्तर-पश्चिम में गंगा नदी लोगों की प्यास बुझाती है। इसके अलावा जिले में रामगंगा, गरुणगंगा (गर्रा), सुखेता, सई, घरेहरा, नीलम आदि नदियां भूमि को उपजाऊ बनाती हैं।
देखें वीडियो… ऐसे पहुंचे हरदोई
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 110 किलोमीटर दूर पश्चिम में हरदोई स्थित है। यहां आने के लिए हर वक्त रेल यातायात के साथ ही उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें सुबह पांच बजे से देर शाम आठ बजे तक हर 15 मिनट में उपलब्ध हैं। हरदोई और लखनऊ के बीच पहुंचने में करीब डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। संडीला, बालामऊ, हरदोई, फर्रुखाबाद और माधौगंज यहां के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 110 किलोमीटर दूर पश्चिम में हरदोई स्थित है। यहां आने के लिए हर वक्त रेल यातायात के साथ ही उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें सुबह पांच बजे से देर शाम आठ बजे तक हर 15 मिनट में उपलब्ध हैं। हरदोई और लखनऊ के बीच पहुंचने में करीब डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। संडीला, बालामऊ, हरदोई, फर्रुखाबाद और माधौगंज यहां के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं।