शाम को जिले के आला अधिकारियों को पता चली तो एसडीएम स्थानीय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। स्कूल में बंद आवारा पशुओं को खुलवाने की कोशिश की लेकिन नाराज किसानों ने उन्हें रोक दिया। अधिकारी और किसान के बीच काफी देर तक कहासुनी हुई। इसके बाद किसानों ने आवारा पशुओं को स्कूल से बाहर निकलने दिया।
एसडीएम ने स्कूल से आवारा पशुओं को बाहर निकाल करके गौ शाला में भेजवाया। वहीं किसानों का कहना है कि गांव में बनी गौशाला में बनी गोशाला में चहारदीवारी तक नहीं है। छुट्टा पशु उनकी फसलें बर्बाद कर रहे हैं। अधिकारियों से कई बार कहा गया है कि आवारा पशु फसलों को बर्बाद कर रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। आखिर में हम सब तंग आ करके आवारा पशु को गांव के सरकारी स्कूल में बंद कर दिया।