विकास खंड हरदोई के अलग अलग क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों के स्कूल न पहुंचने का मामला जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय तक पहुंचा तो जांच पड़ताल हुई। शिक्षकों के गायब होने पर सीधा सेवा निवृत्त करने का फैसला किया गया। खंड शिक्षा अधिकारियों के दफ्तरों में पहले भी ये जानकारी पहुंचती रही है लेकिन वे कार्रवाई करने के बजाय खानापूरी कर मामले में टालमटोल करते रहे। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है।
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डायबिटीज, हार्ट, बीपी और संक्रमण की दवा 40 फीसदी तक हो गईं सस्ती, जानिए नए दाम उच्च अधिकारियों ने लिया फैसला खंड शिक्षा अधिकारियों के स्तर पर लापरवाही होने पर गुरुजनों के गायब होने की सूचना उच्चाधिकारियों तक जब पहुंची तो बीएसए ने छानबीन शुरू कराई। फिलहाल खंड शिक्षा अधिकारियों से सूचना मांगी गई है। कई बार सेवा समाप्ति का नोटिस देने के बावजूद अब तक कार्रवाई न करने की वजह पूछी गई है। अब इन शिक्षकों को अंतिम नोटिस देने की तैयारी की जा रही है।
ड्यूटी के वक्त गायब और बैठे न मिले शिक्षक स्कूल में ड्यूटी के वक्त कई शिक्षक बीएसए दफ्तर, नगर शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से लेकर बीआरसी में चक्कर लगाते देखे जाते हैं। कुछ नेतागीरी चमकाने में रहते हैं तो कुछ का अलग ही खेल चलता हैं। विभागीय बाबुओं से लेकर अफसरों तक से दोस्ती गांठ चुके ये शिक्षक कभी-कभार ही स्कूल पहुंचते हैं। अब इन पर भी लगाम कसी जाएगी। वहीं हरदोई के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कहा कि शिक्षकों के गायब होने और लापरवाही करने पर सख्त कार्यवाही के आदेश हैं।