लंबे समय बाद घर वापसी हरदोई सदर सीट से भारतीय जनता पार्टी से दो बार सांसद रहे जयप्रकाश रावत ने एक लंबे अरसे के बाद एक तरह से घर वापसी की है। बीजेपी में शामिल होते ही उन्होंने हरदोई लोकसभा सीट से टिकट के लिए भी दावा ठोंका है। उन्होंने इसके लिए एक फेसबुक पोस्ट भी की है। भाजपा से जाने और फिर वापस आने की बीच की लंबी अवधि में वह लखनऊ के मोहनलालगंज से भी सांसद रहे और उन का सियासी सफर सपा और बसपा में भी रहा। जयप्रकाश रावत 2014 के लोकसभा चुनाव में ही वह घर वापसी करना चाहते थे लेकिन जब नहीं हो सकी तो उन्होंने सपा की टिकट पर मिश्रिख लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा जोकि हरदोई जिले से भी संबंधित है, हालांकि वह यहां से चुनाव हार गए।

बनेगा नया सियासी गणित सत्ता का साथ और दल बदल करने के मामले में जय प्रकाश रावत अपने पुराने मित्र हरदोई जिले के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल के कभी बेहद करीबी रहे हैं। जय प्रकाश रावत का भी सत्ता प्रेम और दलबदल किसी से छिपा नहीं है। जिस तरीके से अभी कुछ दिन पहले नरेश अग्रवाल ने अपने परिवार सहित सपा छोड़कर भाजपा का दामन थामा था उससे हरदोई में दलबदल का सिलसिला और बढ़ना तय माना जा रहा था। इस कड़ी में पूर्व सांसद जयप्रकाश रावत का और पूर्व सांसद अशोक रावत का भाजपा में शामिल होना हरदोई में नए सियासी गणित बना रहा है।