पेयजल के लिए करना पड़ रहा संघर्ष
ग्राम के हरिजन वार्ड मे बड़ी संख्या में समाज विशेष के लोग वर्षो निवास कर रहे हंै, लेकिन उन्हें जीवन-यापन के लिए पेयजल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। नई पाइप लाइन बिछाने के लिए ग्राम पंचायत मांदला की सरपंच रजनीबाई बाबूलाल के समक्ष भी ग्रामसभा के दौरान ग्रामीणों द्वारा कई बार लिखित एवं मौखिक शिकायत भी की जा चुकी है। पिछले दो महीने से हरिजन वार्डवासियों को जीवन जीने के लिए पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। यहां-वहां दूर दराज के इलाकों से पीने के पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों को अपने सारे कार्य छोड़ सबसे पहले पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ रही है। पाइप लाइन की खराबी के चलते हरिजन मोहल्ले में पानी नहीं पहुंच रहा हैै।
ग्राम के हरिजन वार्ड मे बड़ी संख्या में समाज विशेष के लोग वर्षो निवास कर रहे हंै, लेकिन उन्हें जीवन-यापन के लिए पेयजल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। नई पाइप लाइन बिछाने के लिए ग्राम पंचायत मांदला की सरपंच रजनीबाई बाबूलाल के समक्ष भी ग्रामसभा के दौरान ग्रामीणों द्वारा कई बार लिखित एवं मौखिक शिकायत भी की जा चुकी है। पिछले दो महीने से हरिजन वार्डवासियों को जीवन जीने के लिए पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। यहां-वहां दूर दराज के इलाकों से पीने के पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों को अपने सारे कार्य छोड़ सबसे पहले पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ रही है। पाइप लाइन की खराबी के चलते हरिजन मोहल्ले में पानी नहीं पहुंच रहा हैै।
पंचायत के पास जमा कराना होंगे 20 हजार, फिर होगा निराकरण
ग्राम पंचायत में ग्रामीणों द्वारा समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है, जिसमें हरिजन वार्ड के प्रत्येक परिवार से 2000 रुपए की नगद राशि एकत्रित करने की बात कही गई है। पहले पंचायत को 20 हजार रुपए एकत्रित करके देने होंगे, जिसके बाद समस्या का निराकरण हो सकेगा। ऐसे में गरीब, मजदूर वर्ग के ग्रामीणों पर आर्थिक भार डाला जा रहा है। इस समस्या को लेकर रामकरण नागराज, संतोष नागराज, हीरालाल नागराज, अजबसिंह, रामनारायण नागराज एवं सभी वार्डवासियों के द्वारा समस्या से बार-बार अवगत किया गया है, लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है। ऐसेे में ग्रामीणों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही है। ग्रीष्मकाल में यह समस्या और अधिक बढ़ जाएगी। पानी को लेकर ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। समस्या को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा शीघ्र ही निराकरण की मांग की जा रही है, लेकिन इस ओर न तो पंचायत द्वारा ध्यान दिया जा रहा है, और न ही प्रशासन ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था की सुध ले रहा है।
ग्राम पंचायत में ग्रामीणों द्वारा समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है, जिसमें हरिजन वार्ड के प्रत्येक परिवार से 2000 रुपए की नगद राशि एकत्रित करने की बात कही गई है। पहले पंचायत को 20 हजार रुपए एकत्रित करके देने होंगे, जिसके बाद समस्या का निराकरण हो सकेगा। ऐसे में गरीब, मजदूर वर्ग के ग्रामीणों पर आर्थिक भार डाला जा रहा है। इस समस्या को लेकर रामकरण नागराज, संतोष नागराज, हीरालाल नागराज, अजबसिंह, रामनारायण नागराज एवं सभी वार्डवासियों के द्वारा समस्या से बार-बार अवगत किया गया है, लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है। ऐसेे में ग्रामीणों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही है। ग्रीष्मकाल में यह समस्या और अधिक बढ़ जाएगी। पानी को लेकर ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। समस्या को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा शीघ्र ही निराकरण की मांग की जा रही है, लेकिन इस ओर न तो पंचायत द्वारा ध्यान दिया जा रहा है, और न ही प्रशासन ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था की सुध ले रहा है।
तालाब में पानी भरने से रिचार्ज होंगे जलस्त्रोत
छीपाबड़. नगर में स्थित अटल तालाब को नगर परिषद द्वारा नहर के पानी से भरा जा रहा है, जिससे नगर के लोगों व क्षेत्र के किसानों में खुशी का माहौल है। क्षेत्र में पानी की कमी है। जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। कुएं, बोर और तालाब दम तोड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में यदि तालाब को नहर के पानी से लबालब कर दिया जाएगा तो क्षेत्रवासियों को गंभीर पेयजल संकट से मुक्ति मिल सकती है, वहीं तालाबों को भी नया जीवन मिल सकता है। यह तालाब 44 एकड़ के रकबे में फैला हुआ है। यह तालाब नगर के ऊंचाई वाले स्थान पर स्थित है, जिससे छीपाबड़ सहित आसपास के अन्य गांवों के जलस्रोत रिचार्ज हो सकेंगे। इसमें छीपाबड़, बसंतपुरा, पोखरनी यह तालाब जलस्तर को बनाए रखने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
छीपाबड़. नगर में स्थित अटल तालाब को नगर परिषद द्वारा नहर के पानी से भरा जा रहा है, जिससे नगर के लोगों व क्षेत्र के किसानों में खुशी का माहौल है। क्षेत्र में पानी की कमी है। जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। कुएं, बोर और तालाब दम तोड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में यदि तालाब को नहर के पानी से लबालब कर दिया जाएगा तो क्षेत्रवासियों को गंभीर पेयजल संकट से मुक्ति मिल सकती है, वहीं तालाबों को भी नया जीवन मिल सकता है। यह तालाब 44 एकड़ के रकबे में फैला हुआ है। यह तालाब नगर के ऊंचाई वाले स्थान पर स्थित है, जिससे छीपाबड़ सहित आसपास के अन्य गांवों के जलस्रोत रिचार्ज हो सकेंगे। इसमें छीपाबड़, बसंतपुरा, पोखरनी यह तालाब जलस्तर को बनाए रखने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इनका कहना
नल-जल योजना का विस्तार कार्य कराने के लिए जनपद पंचायत को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।इसके बाद ग्रामीणों की पेयजल समस्या हल होगी।
जयनारायण राय, सचिव, ग्राम पंचायत, मांदला
नल-जल योजना का विस्तार कार्य कराने के लिए जनपद पंचायत को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।इसके बाद ग्रामीणों की पेयजल समस्या हल होगी।
जयनारायण राय, सचिव, ग्राम पंचायत, मांदला