देवास से हरदा के बीच नेमावर में नर्मदा पुल धंस गया। इससे रोड बंद हो गई वहीं नेमावर में रास्ता डायवर्ट कर दिया गया।
43 साल पुराने पुल में बीच का स्लैब धंस गया और गहरा गड्ढा हो गया। इसके बाद पुलिस ने पुल से भारी वाहनों के लिए यातायात डायवर्ट कर दिया।
43 साल पुराने पुल में बीच का स्लैब धंस गया और गहरा गड्ढा हो गया। इसके बाद पुलिस ने पुल से भारी वाहनों के लिए यातायात डायवर्ट कर दिया।
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इंदौर-बैतूल नेशनल हाइवे पर स्थित पुल से दो दिन तक भारी वाहनों का प्रवेश रोकने की बात कही गई है। पिछले साल भी पुल पर एक गड्ढा हुआ था। पुलिस के अनुसार तेज बारिश से नेमावर में नर्मदा के पुराने पुल का स्लैब धंस गया है। शुक्रवार शाम को पुल के धंसते ही यहां से भारी वाहनों को निकालना बंद कर दिया गया।
इंदौर-बैतूल नेशनल हाइवे पर स्थित पुल से दो दिन तक भारी वाहनों का प्रवेश रोकने की बात कही गई है। पिछले साल भी पुल पर एक गड्ढा हुआ था। पुलिस के अनुसार तेज बारिश से नेमावर में नर्मदा के पुराने पुल का स्लैब धंस गया है। शुक्रवार शाम को पुल के धंसते ही यहां से भारी वाहनों को निकालना बंद कर दिया गया।
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शाम करीब साढ़े 5 बजे से भारी वाहनों को संदलपुर फाटे से मोड़ कर भेरुंदा मार्ग से डायवर्ट कर दिया गया। नेमावर पुलिस ने बताया कि करीब 2 बजे पुल का स्लेब धंसा। इसके बाद गड्ढे को रिपेयर करवाया। इस दौरान सड़क के दूसरे हिस्से से आवागमन चालू रखा गया। शाम को भारी वाहनों का प्रवेश बंद कर उन्हें डायवर्ट कर दिया गया।
शाम करीब साढ़े 5 बजे से भारी वाहनों को संदलपुर फाटे से मोड़ कर भेरुंदा मार्ग से डायवर्ट कर दिया गया। नेमावर पुलिस ने बताया कि करीब 2 बजे पुल का स्लेब धंसा। इसके बाद गड्ढे को रिपेयर करवाया। इस दौरान सड़क के दूसरे हिस्से से आवागमन चालू रखा गया। शाम को भारी वाहनों का प्रवेश बंद कर उन्हें डायवर्ट कर दिया गया।
इस पुल का निर्माण 1981 में हुआ था। इंदौर-बैतूल नेशनल हाइवे के अंतर्गत आनेवाले इस पुल से होते हुए ही नागपुर तक जाया जा सकता है।