भजन संध्या ने किया भाव विभाेर:सोसाइटी के संस्थापक सचिव शिशिर गार्गव ने बताया कि भजन संध्या में जय पुजारी,विक्रांत अग्रवाल व उनकी टीम ने होली व फाग के पारंपरिक गीत गाए। साध्वी दुर्गा दीदी व कथा श्रीप्रिया ने कृष्ण के जीवन को सरल उदाहरण के जरिए समझाते हुए कहा कि इंसान को कर्म करके फल प्रभु की इच्छा पर छोड़ देना चाहिए। यह निश्चित है कि जैसा कर्म होगा वैसा ही फल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम मन में किसी के लिए दुर्भावना न रखें। मानवता के नाते यथासंभव औरों की मदद करें। बदले की भावना न रखें,इससे हमारा भी नुकसान होता है,औरों की गलतियों को क्षमा करने की आदत सीखें। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति उत्सवों की है। उत्सव और त्योहार हमें न केवल आपस में जोड़ते हैं बल्कि उर्जा देते हैं। सोसाइटी के रजनीश शर्मा ने रंगों को प्रकृति को सबसे अनमोल और मानव जीवन के लिए जरूरी उपहार बताया। सोसाइटी ने समाजसेवियों व वरिष्ठजनों का सम्मान किया।