इसी क्रम में हंडियानेमावर के मध्य स्थित नर्मदा नदी पर करोड़ों की लागत से फोरलेन पुल का निर्माण कराया गया, जिसकी शुरुआत हो गई है। पुल से कार, बाइकें निकल रही हैं। पुल से आवागमन की सुविधा शुरू हो जाने से लोगों को राहत मिली है।
पुल और सड़क से मिलेगी विकास को गति
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के माध्यम से खातेगांव तहसील के ननासा गांव से हरदा के पिडग़ांव तक 47.447 किमी फोरलेन मार्ग 866.64 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। इसमें हंडिया और नेमावर के बीच स्थित नर्मदा नदी पर नया पुल लगभग 113 करोड़ की लागत से बनाया गया। पुल 34 पिलरों पर खड़ा हुआ है और इसकी लंबाई 720 मीटर और चौड़ाई 25 मीटर है। वाहन चालकों ने पुल से आवागमन शुरू कर दिया है।555 करोड़ की लागत से फोरलेन बनना शुरु
वहीं ननासा से नेमावर तक और हंडिया स हरदा तक फोरलेन सड़क बनाने का काम भी जोरशोर से चल रहा है। जबकि हरदा से टेमागांव तक 30 किमी तक 555 करोड़ की लागत से फोरलेन बायपास मार्ग बनकर प्रारंभ हो चुका है। इसके बनने से कई गांव और कस्बे भी आपस में कनेक्ट होंगे। हरदा के व्यापारियों को जहां इंदौर, बैतूल और नागपुर तक अपने व्यापार करने के लिए कम समय में दूरी तय करने की सुविधा मिलेगी। वहीं बीमार लोगों को भी महानगरों में इलाज के लिए ले जा सकेंगे। इनके अलावा उच्च शिक्षा हासिल करने वाले छात्र-छात्राएं भी फोरलेन मार्ग से आसानी से आना-जाना कर सकेंगे। फोरलेन बनने से हरदा जिले में विकास को गति मिलेगी।