पुरुषोत्तम झा. हनुमानगढ़. प्रदेश में विधानसभा चुनाव ेके बाद विधायकों को पदभार संभाले को सौ दिन से अधिक बीत गए हैं। नई विधानसभा के गठन के बाद विधायकों ने अपने क्षेत्र के मुद्दे भी रखने शुरू कर दिए हैं। मगर अजीब स्थिति यह है कि अभी तक सभी विधायकों की जेब खाली है। विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत नए वित्तीय वर्ष में अब तक फूटी कौड़ी जारी नहीं की गई है। इस वजह से विधायक अपने क्षेत्र के विकास की अनुसंशा भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। नियमानुसार हर विधायक को पांच करोड़ रुपए का बजट मिलता है। इससे विधायक शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में विकास करवाते हैं। प्रदेश में इस बार 200 विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो किसी में भी अब तक विधायक मद का पैसा जारी नहीं किया गया है। इस वजह से विधायकों की चल-बल इतनी नजर नहीं आ रही है। हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो यहां पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। गत दिनों संपन्न विधानसभा चुनावों में जिले की पांच सीटों में हनुमानगढ़ सीट से निर्दलीय गणेशराज बंसल, पीलीबंगा से कांग्रेस के विनोद गोठवाल, संगरिया से कांग्रेस के अभिमन्यु पूनियां, नोहर से कांग्रेस के अमित चाचाण तथा भादरा से भाजपा के संजीव बेनीवाल ने जनता का दिल जीतकर विधायक बनने में कामयाबी हासिल की। अब सभी विधायकों को विधायक मद का पैसा मिलने का इंतजार है। ताकि जो वादे इन्होंने जनता से किए हैं। वो पूरे किए जा सकें।
पूर्व के बरसों पर नजर
गत विधानसभा चुनाव में विकास की बात करें तो 2019 से 2023-24 तक हनुमानगढ़ जिले के पांचों विधायकों को 9825.00 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया। इसमें 8312.50 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। 1677 कार्य की अनसंशा जारी की गई। इसमें 979 कार्य पूर्ण हो गए हैं। 559 कार्य प्रगति पर हैं। पूर्व के बरसों की बात करें तो पहले विधायकों को सवा सौ करोड़, बाद में दो करोड़ पचास लाख तथा अब पांच करोड़ मिलने लगे हैं।
गत विधानसभा चुनाव में विकास की बात करें तो 2019 से 2023-24 तक हनुमानगढ़ जिले के पांचों विधायकों को 9825.00 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया। इसमें 8312.50 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। 1677 कार्य की अनसंशा जारी की गई। इसमें 979 कार्य पूर्ण हो गए हैं। 559 कार्य प्रगति पर हैं। पूर्व के बरसों की बात करें तो पहले विधायकों को सवा सौ करोड़, बाद में दो करोड़ पचास लाख तथा अब पांच करोड़ मिलने लगे हैं।
चिकित्सा संस्थानों के बदले हालात
विधायक मद से जारी होने वाले बजट का उपयोग कोरोना काल में काफी सही तरीके से किया गया। वर्ष 2202-21 में इस पर खूब पैसा खर्च किया गया। इससे चिकित्सा संस्थानों के हालात बदले। हर विधायक ने चिकित्सा संस्थानों की सूरत बदलने के लिए एक-एक करोड़ का बजट खर्च किया। इसमेें राजकीय स्वास्थ्य भवनों के निर्माण के साथ नई मशीनों की खरीद की गई।
विधायक मद से जारी होने वाले बजट का उपयोग कोरोना काल में काफी सही तरीके से किया गया। वर्ष 2202-21 में इस पर खूब पैसा खर्च किया गया। इससे चिकित्सा संस्थानों के हालात बदले। हर विधायक ने चिकित्सा संस्थानों की सूरत बदलने के लिए एक-एक करोड़ का बजट खर्च किया। इसमेें राजकीय स्वास्थ्य भवनों के निर्माण के साथ नई मशीनों की खरीद की गई।
…………फैक्ट फाइल…..
-जिले में कुल 05 विधानसभा क्षेत्र।
-अपने क्षेत्र में विकास कार्य करवाने को हर विधायक को प्रति वर्ष मिलते हैं 05 करोड़।
-वर्ष 2202-21 में हर विधायक ने चिकित्सा संस्थानों की सूरत बदलने को 1-1 करोड़ खर्च किया।
-2019 से 2023-24 तक हनुमानगढ़ जिले के पांचों विधायकों को 9825.00 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया।
-जिले में कुल 05 विधानसभा क्षेत्र।
-अपने क्षेत्र में विकास कार्य करवाने को हर विधायक को प्रति वर्ष मिलते हैं 05 करोड़।
-वर्ष 2202-21 में हर विधायक ने चिकित्सा संस्थानों की सूरत बदलने को 1-1 करोड़ खर्च किया।
-2019 से 2023-24 तक हनुमानगढ़ जिले के पांचों विधायकों को 9825.00 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया।
……वर्जन…….
अभी नहीं हुआ जारी
विधायक मद में बजट अभी जारी नहीं हुआ है। जैसे ही बजट जारी होगा, विधायकों को इसकी सूचना दे देंगे। ताकि वह विकास कार्य की अनुसंशा भेज सकें। पूर्व के बरसों में स्वीकृत कार्य को पूर्ण करवाने का प्रयास है।
-सुनीता चौधरी, सीईओ, जिला परिषद हनुमानगढ़.
अभी नहीं हुआ जारी
विधायक मद में बजट अभी जारी नहीं हुआ है। जैसे ही बजट जारी होगा, विधायकों को इसकी सूचना दे देंगे। ताकि वह विकास कार्य की अनुसंशा भेज सकें। पूर्व के बरसों में स्वीकृत कार्य को पूर्ण करवाने का प्रयास है।
-सुनीता चौधरी, सीईओ, जिला परिषद हनुमानगढ़.