कोरोनाकाल के बाद राज्य सरकार ने परिवार नियोजन से संबंधित स्वास्थ्य विभाग की गतिविधियों में बदलाव किए हैं। सरकार ने दो बच्चों के बाद नसबंदी कराने को ही परिवार नियोजन का हिस्सा माना। इस कारण अब जिले में अधिकतम दो बच्चों पर नसबंदी ऑपरेशन पर अधिक फोकस रखा गया। इससे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के परिवार नियोजन की संया कम हो गई।
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घटने लगी है जन्म दर की रफ्तार
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता का कहना है कि जिले में जन्म दर पर ब्रेक लगने लगा है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार श्रीगंगानगर जिले की जन्म दर दो से घटकर 1.88 प्रतिशत रह गई है। ऐसे में कहा जा सकता है कि जन्म लेने वालों की संख्या घटी है।
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जिला लक्ष्य नसबंदी लक्ष्य प्राप्ति
● हनुमानगढ़ 4189 3342 (80 प्रतिशत)
● श्रीगंगानगर 2903 1913 (66 प्रतिशत)
● अनूपगढ़ 1571 1023 (65 प्रतिशत)
● दूदू 806 458 (57 प्रतिशत)
● अजमेर 4337 1952 (45 प्रतिशत)
● भीलवाड़ा 4898 2111 (43 प्रतिशत)
● सीकर 5838 2382 (41 प्रतिशत)
● जयपुर 8383 3133 (37 प्रतिशत)
● जोधपुर 2745 991 (36 प्रतिशत)
● झूंझुनूं 4041 1447 (36 प्रतिशत)
● बीकानेर 5848 1917 (33 प्रतिशत)
नोट : ये आंकड़े केवल दो संतान पर कराई गई नसबंदी के हैं। जानकारी 24 अगस्त 2024 तक की है।