क्या कहना है धरने पर बैठे लोगों का… ( Toll Plaza Protest ) विरोध में बैठे लोगों ने बढ़ी हुई टोल राशि के चलते अपने वाहन चलाने में असमर्थता जताई है। यूनियन संघ ने सोमवार सुबह 11 बजे गाडिय़ों की चाबी सौंपकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की बात कही है। ज्ञापन में बताया गया कि टोल नाके पर पहले छोटी गाडिय़ों के लिए महज 40 रुपए अप-डाऊन लिया जाता था जो कुछ समय बाद 70 रुपए कर दिया गया। अब टोल नाका ठेकेदार ने मनमानी करते हुए 28 किमी. दूरी के 142 रुपए कर दिए हैं, जो न्याय संगत नहीं है।
‘ठेकेदार से बात की तो संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया’ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने परिवहन विभाग से टैक्सी नंबर पर टैक्स अदाकर जारी करवाई हुई हैं। बावजूद इसके टोल नाका पर नाजायज टोल मांगा जा रहा है। संघ ने किसी विवाद में न पड़ते हुए 40 रुपए उचित मानते हुए टोल दिया जाता रहा है, अब अचानक बढ़ोत्तरी कर 142 रुपए करना सीधी ठगी है। संघ पदाधिकारियों ने जब ठेकेदार से बात की तो संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया, उल्टा खर्चे पूरे नहीं होने की दुहाई देते हुए टोल ओर बढ़ाने और टोल अदा नहीं करने पर सड़क पर गाडिय़ां नहीं चलने देने जैसी चेतावनी दे दी।
अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी संघ ने कहा कि इस तरह की मनमानी चलती रही तो चालक मजदूर अपने परिवार का पालन-पोषण नहीं कर पाएंगे। उन्होंने बढ़ी हुई टोल राशि वापिस लेने व रियायत से टोल निर्धारित करवाने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों में संरक्षक बघेरसिंह, प्रधान वेदप्रकाश, उप प्रधान मंगलसिंह, मोहनलाल, आत्माराम, बूटासिंह, जसविंद्र, रामसिंह, जसवीर सिंह, बलवीरसिंह, गुरदास, नौरंगलाल व अन्य बैठे। धरने को समर्थन देते हुए जनता ट्रक यूनियन अध्यक्ष सुभाषचंद्र गोदारा, सचिव सौरभ मित्तल, बलकरणसिंह, पप्पू, सोमराज बंसल, विजय करीर व वकील अग्रवाल आदि भी शामिल रहे।