हनुमानगढ़. सरकार ने गेहूं उत्पादक किसानों को राहत दी है। सरकार स्तर पर जारी आदेश के अनुसार अब एमएसपी पर किसानों से सोलह क्विंटल प्रति बीघा तक गेहूं की खरीद की जाएगी। इससे पहले बारह क्विंटल की सीमा निर्धारित थी। इस बार अच्छी पैदावार के चलते किसानों की मांग थी कि खरीद की सीमा को सरकार स्तर पर बढ़ाया जाए। इसके बाद अब सरकार स्तर पर गेहूं खरीद की सीमा बढ़ा दी गई है।
इससे जिले के हजारों किसानों को राहत मिली है। सरकार के इस निर्णय से अब पहले की तुलना में हजारों क्विंटल अधिक गेहूं की खरीद हो सकेगी। हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो इस बार दो लाख 27 हजार हैक्टेयर में गेहूं की खेती हुई है। वर्तमान में मंडियों में गेहूं की अच्छी आवक होने लगी है। अभी किसान कटाई में जुटे हुए हैं। समय पर इस बार गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने से किसान खुश हैं। मंडियों में बारदाने आदि की भी समुचित व्यवस्था है। वर्तमान में भुगतान भी समय पर हो रहा है।
इस स्थिति में सरकार स्तर पर अब गेहूं खरीद की सीमा प्रति बीघा सोलह क्विंटल करने से किसानों को राहत मिली है। जानकारी के अनुसार भारत सरकार की ओर से घोषित समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल के अतिरिक्त राज्य सरकार की ओर से राजस्थान कृषक समर्थन योजना के तहत 125 रुपए प्रति क्ंिवटल बोनस की घोषणा की गई है। इस तरह अबकी दफा किसानों को सरकारी दर पर गेहूं बेचने पर 2400 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहे हैं।
एफसीआई हनुमानगढ़ के अधिकारी प्रभुदयाल गोठवाल के अनुसार जिले में एफसीआई के 16 केंद्र बनाए हैं। गेहूं खरीद को लेकर पहले बारह क्विंटल प्रति बीघा की सीमा निर्धारित थी। इसे बढ़ाकर अब सोलह क्विंटल प्रति बीघा कर दिया गया है। इसकी सूचना शुक्रवार को सभी खरीद अधिकारियों को भेज दी गई है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सहित राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी विपणन सीजन 2024-25 में 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद करने का लक्ष्य तय किया गया है।
इस बार रबी सीजन में राज्य में 28 लाख 51 हजार 480 हैक्टेयर और श्रीगंगानगर खंड में 4 लाख 39 हजार 10 हैक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल की बिजाई की गई है। अकेले श्रीगंगानगर मंडल में बारह लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है। बड़े पैमाने पर उत्पादन के बाद इसकी एमएसपी पर खरीद होने से किसान खुश हैं। किसानों की अब बड़ी मांग यह है कि भाजपा सरकार अपने वादे के मुताबिक गेहूं की खरीद पर पांच सौ रुपए प्रति क्विंटल बोनस दे।
इससे जिले के हजारों किसानों को राहत मिली है। सरकार के इस निर्णय से अब पहले की तुलना में हजारों क्विंटल अधिक गेहूं की खरीद हो सकेगी। हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो इस बार दो लाख 27 हजार हैक्टेयर में गेहूं की खेती हुई है। वर्तमान में मंडियों में गेहूं की अच्छी आवक होने लगी है। अभी किसान कटाई में जुटे हुए हैं। समय पर इस बार गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने से किसान खुश हैं। मंडियों में बारदाने आदि की भी समुचित व्यवस्था है। वर्तमान में भुगतान भी समय पर हो रहा है।
इस स्थिति में सरकार स्तर पर अब गेहूं खरीद की सीमा प्रति बीघा सोलह क्विंटल करने से किसानों को राहत मिली है। जानकारी के अनुसार भारत सरकार की ओर से घोषित समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल के अतिरिक्त राज्य सरकार की ओर से राजस्थान कृषक समर्थन योजना के तहत 125 रुपए प्रति क्ंिवटल बोनस की घोषणा की गई है। इस तरह अबकी दफा किसानों को सरकारी दर पर गेहूं बेचने पर 2400 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहे हैं।
एफसीआई हनुमानगढ़ के अधिकारी प्रभुदयाल गोठवाल के अनुसार जिले में एफसीआई के 16 केंद्र बनाए हैं। गेहूं खरीद को लेकर पहले बारह क्विंटल प्रति बीघा की सीमा निर्धारित थी। इसे बढ़ाकर अब सोलह क्विंटल प्रति बीघा कर दिया गया है। इसकी सूचना शुक्रवार को सभी खरीद अधिकारियों को भेज दी गई है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सहित राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी विपणन सीजन 2024-25 में 20 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद करने का लक्ष्य तय किया गया है।
इस बार रबी सीजन में राज्य में 28 लाख 51 हजार 480 हैक्टेयर और श्रीगंगानगर खंड में 4 लाख 39 हजार 10 हैक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल की बिजाई की गई है। अकेले श्रीगंगानगर मंडल में बारह लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया है। बड़े पैमाने पर उत्पादन के बाद इसकी एमएसपी पर खरीद होने से किसान खुश हैं। किसानों की अब बड़ी मांग यह है कि भाजपा सरकार अपने वादे के मुताबिक गेहूं की खरीद पर पांच सौ रुपए प्रति क्विंटल बोनस दे।
दो दिनों तक किसान मंडी में नहीं लेकर आएं फसल
हनुमानगढ़. मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर की सूचना के अनुसार राज्य में 13 से 15 अप्रैल के दौरान तीव्र मेघ गर्जन, आंधी बारिश, ओलावृष्टि, गरज-चमक, तेज हवाएं, मेघगर्जन बिजली, तीव्र धूलभरी आंधी चलने की संभावनाएं है। इन सब के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से किसानों को सलाह जारी की गई है। एडीएम उम्मेदी लाल मीणा ने बताया कि किसान कृषि मंडियों व धान मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज व जिंसों को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। खुले आसमान में पक कर तैयार फसलों को भी ढक़ कर अथवा सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें। फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रसायनिक छिडक़ाव बारिश की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए ही करें। कृषि विपणन विभाग हनुमानगढ़ के उप निदेशक डीएल कालवा ने बताया कि किसानों से आग्रह है कि वह तेरह से पंद्रह अप्रेल तक फसल को मंडी में लेकर नहीं आएं। खराब मौसम की वजह से फसल खराब नहीं हो, इसलिए किसान फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें।
हनुमानगढ़. मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर की सूचना के अनुसार राज्य में 13 से 15 अप्रैल के दौरान तीव्र मेघ गर्जन, आंधी बारिश, ओलावृष्टि, गरज-चमक, तेज हवाएं, मेघगर्जन बिजली, तीव्र धूलभरी आंधी चलने की संभावनाएं है। इन सब के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से किसानों को सलाह जारी की गई है। एडीएम उम्मेदी लाल मीणा ने बताया कि किसान कृषि मंडियों व धान मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज व जिंसों को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। खुले आसमान में पक कर तैयार फसलों को भी ढक़ कर अथवा सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें। फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रसायनिक छिडक़ाव बारिश की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए ही करें। कृषि विपणन विभाग हनुमानगढ़ के उप निदेशक डीएल कालवा ने बताया कि किसानों से आग्रह है कि वह तेरह से पंद्रह अप्रेल तक फसल को मंडी में लेकर नहीं आएं। खराब मौसम की वजह से फसल खराब नहीं हो, इसलिए किसान फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें।