- जिला अस्पताल में तीन नए डीडीसी शुरू होने के बाद रोगी व परिजनों को मिलेगी राहत
हनुमानगढ़. जिला अस्पताल में सोमवार को ओपीडी की संख्या २३६० के करीब रही। इसके चलते डीडीसी काउंटर में इस भीषण गर्मी में दवा लेने के लिए रोगियों की कतारें लगी रही। जिला अस्पताल में आम दिनों में ओपीडी की संख्या १५००-१६०० के करीब रहती है। उन दिनों में भी निशुल्क दवा वितरण काउंटर पर रोगी व परिजन कतार में लगे रहते हैं। लेकिन प्रत्येक सोमवार या फिर अवकाश के अगले दिन अस्पताल में ओपीडी की संख्या २२०० से अधिक रहने पर रोगी व परिजनों को दवा लेने के लिए घंटों लाइन में रहना पड़ता है। तीन नए दवा वितरण केंद्र बनने के बाद ही रोगी व परिजनों को जल्द दवा मिल सकेगी।
जिला अस्पताल के प्रशासन के अनुसार दवा वितरण काउंटर और खोलने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भिजवाया था। पूर्व में कांग्रेस की सरकार के समय यह प्रस्ताव कई बार भेजा गया और वस्तुस्थिति के बारे में चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग निदेशालय के अवगत कराया गया। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वर्तमान में जिला अस्पताल में पांच दवा वितरण केंद्र संचालित हैं। इस भवन के निर्माण के लिए जिले के सभी एमएलए से विधायक कोटे से दस-दस लाख रुपए लिए गए थे। करीब पचास लाख रुपए की लागत इस भवन का निर्माण किया गया था।
यह बजट भी नहीं मिला
जिला अस्पताल की ओपीडी की छतों का मरम्मत कार्य करवाने के लिए ७७ लाख रुपए का बजट मांगा गया था। जिला अस्पताल की ओपीडी की इमारत काफी पुरानी होने के कारण मरम्मत की आवश्यता है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने छतों की मरम्मत कार्य करवाने के लिए पीडब्ल्यूड़ी विभाग के अधिकारियों से सर्वे करवाया था। इसके तहत ७७ लाख रुपए में मरम्मत होने का आंकलन किया गया था। अभी तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने यह स्वीकृति भी जारी नहीं की है।
जिला अस्पताल की ओपीडी की छतों का मरम्मत कार्य करवाने के लिए ७७ लाख रुपए का बजट मांगा गया था। जिला अस्पताल की ओपीडी की इमारत काफी पुरानी होने के कारण मरम्मत की आवश्यता है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने छतों की मरम्मत कार्य करवाने के लिए पीडब्ल्यूड़ी विभाग के अधिकारियों से सर्वे करवाया था। इसके तहत ७७ लाख रुपए में मरम्मत होने का आंकलन किया गया था। अभी तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने यह स्वीकृति भी जारी नहीं की है।