चांदी की राखियों की भरमार
इस बार राखी के त्यौहार पर ज्वैलर्स पर चांदी की राखियों की भी भरमार है। सोने व चांदी में स्वास्तिक, ओम लिखी राखियां भी बहनों को खूब पसंद आ रही है।
इस बार राखी के त्यौहार पर ज्वैलर्स पर चांदी की राखियों की भी भरमार है। सोने व चांदी में स्वास्तिक, ओम लिखी राखियां भी बहनों को खूब पसंद आ रही है।
रक्षा बंधन पर शुभ मुहूर्त
पंडित रतन लाल शास्त्री ने बताया कि 22 अगस्त को सुबह 6 बजकर 14 मिनट तक भद्रा है। श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 50 मिनट से लेकर 12 बजकर 50 मिनट तक है। उन्होंने बताया कि वैसे तो पूरा दिन ही शुभ है। राखी पर लोग घरों पर स्वास्तिक बनाते है। इस बार स्वास्तिक बनाने का श्रेष्ठ मुहूर्त शनिवार को है। पूरा दिन शुभ होने के कारण लोग दरवाजों पर हल्दी व संदूर से स्वास्तिक बना सकते हैं।
पंडित रतन लाल शास्त्री ने बताया कि 22 अगस्त को सुबह 6 बजकर 14 मिनट तक भद्रा है। श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 50 मिनट से लेकर 12 बजकर 50 मिनट तक है। उन्होंने बताया कि वैसे तो पूरा दिन ही शुभ है। राखी पर लोग घरों पर स्वास्तिक बनाते है। इस बार स्वास्तिक बनाने का श्रेष्ठ मुहूर्त शनिवार को है। पूरा दिन शुभ होने के कारण लोग दरवाजों पर हल्दी व संदूर से स्वास्तिक बना सकते हैं।
छोटे व्यापारियों की जगी आस
शुक्रवार को बाजार में राखियों की दुकानों पर बहनों ने खरीदारी की। वहीं भाइयों ने बहनों को देने के लिए उपहार खरीदे। बाजार में रौनक होने से छोटे व्यापारियों को ग्राहकी होने की आस जगी है। गत दो वर्ष से कोरोना वायरस के कारण छोटे व्यापारियों की ग्राहकी में कमी आई है। दुकानदारों की माने तो गत वर्ष की तुलना में इस बार राखी के त्यौहार पर ग्राहकी में काफी सुधार हुआ है। गत वर्ष में दुकानदारों ने राखी की खरीद भी संतुलित की थी। लेकिन इस बार दुकानदारों ने विभिन्न तरह के डिजाइनों की खरीदारी कर दुकानों पर सजाई है।
शुक्रवार को बाजार में राखियों की दुकानों पर बहनों ने खरीदारी की। वहीं भाइयों ने बहनों को देने के लिए उपहार खरीदे। बाजार में रौनक होने से छोटे व्यापारियों को ग्राहकी होने की आस जगी है। गत दो वर्ष से कोरोना वायरस के कारण छोटे व्यापारियों की ग्राहकी में कमी आई है। दुकानदारों की माने तो गत वर्ष की तुलना में इस बार राखी के त्यौहार पर ग्राहकी में काफी सुधार हुआ है। गत वर्ष में दुकानदारों ने राखी की खरीद भी संतुलित की थी। लेकिन इस बार दुकानदारों ने विभिन्न तरह के डिजाइनों की खरीदारी कर दुकानों पर सजाई है।