मई के पहले हफ्ते में दो महिला डॉक्टरों की लेबर रूम में मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में महिलाओं की बेपर्दा तस्वीर पब्लिक डोमेन में आने पर विभागीय जांच चल ही रही थी कि इस बीच दो वसूली के वीडियो बम भी फ़टे जिसकी तपिश लखनऊ तक महसूस हुई। अलबत्ता स्वास्थ्य मंत्री ने अखबारों का संज्ञान लेकर तुरन्त जांच के आदेश दिए। पांच मई को अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ.नरेश तोमर और महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर मामले की जांच की थी।
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यूपी के ये 23 CBSE ICSE स्कूल हो सकते हैं बंद, थामाया गया नोटिस, Admission से पहले देंखे लिस्ट बंदरबाट का वीडियो हुआ वायरल अभी महिला डॉक्टरों के बीच मारपीट की जांच चल ही रही थी कि कथित रूप से वसूली गई रकम के बंदरबांट का वीडियो भी वायरल हुआ। जिसमें एक डॉक्टर के साथ पैसों को लेकर कुछ वाद विवाद चल रहा था। एक दूसरे वायरल वीडियो में एक मरीज अबॉर्शन के लिए डॉक्टर को 1200 देने की बात कहती नजर आई। घटना को हुए लगभग दो महीने हो गए अब तक कोई कार्रवाई नही हुई है। उल्टा मरीजो का बैग चेक कर कर्मचारी ये सुनिश्चित कर रहे है कि कही कोई फोन तो अंदर नही ले जा रहा।
निजता का होता है उल्लंघन महिला अस्पताल अधीक्षक डॉ.फौजिया अंजुम का कहना है कि फोन बाहर जमा करने के निर्देश जिला प्रशासन के द्वारा जारी किए गए है। पिछले महीने कई झूठे वीडियो वायरल हुए जिससे अस्पताल की छवि को ठेस पहुंची है। तीमारदार लेबर रूम में पहुंच कर वीडियो बनाते है व फोटो खींचते है। जिससे निजता का उल्लंघन होता है।