सात से आठ हजार का करते हैं खर्च
इस पोर्टल का संचालन करने में हर महीने करीब सात से आठ हजार रुपए का खर्च आता है। जिसे कपिल अपनी जेब से देते हैं। पोर्टल पर अपलोड होने वाला डाटा तैयार करने में उन्हें चार माह का समय लगा था। कपिल ने इस पोर्टल को कमर्शियल भी नहीं किया है।
इस पोर्टल का संचालन करने में हर महीने करीब सात से आठ हजार रुपए का खर्च आता है। जिसे कपिल अपनी जेब से देते हैं। पोर्टल पर अपलोड होने वाला डाटा तैयार करने में उन्हें चार माह का समय लगा था। कपिल ने इस पोर्टल को कमर्शियल भी नहीं किया है।
ऐसे दे सकते है सुझाव
पोर्टल के होम पेज पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, चुनाव आयोग और राष्ट्रीय राजनैतिक दल जैसे विकल्प दिए गए हैं। इन पर क्लिक करने पर एक तैयार फॉर्मेट दिखाई देगा। जिसमें जानकारी और सुझाव भरने के बाद क्लिक करते ही संबंधित विभाग या मंत्रालय के पास पहुंच जाएगा।
पोर्टल के होम पेज पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, चुनाव आयोग और राष्ट्रीय राजनैतिक दल जैसे विकल्प दिए गए हैं। इन पर क्लिक करने पर एक तैयार फॉर्मेट दिखाई देगा। जिसमें जानकारी और सुझाव भरने के बाद क्लिक करते ही संबंधित विभाग या मंत्रालय के पास पहुंच जाएगा।
4 लाख से अधिक लोगों ने भेजे सुझाव
आमजन को जनप्रतिनिधियों को से सीधे जोडऩे के उद्धेश्य से इस पोर्टल को बनाया था। इसके लिए जरिए देश-विदेश के लोग सीधे ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों, चुनाव आयोग को अपने सुझाव भेजते हैं। अभी तक 4 लाख से अधिक लोग इस पर सुझाव भेज चुके हैं। शायद यही कारण है कि गूगल पर पीएम या किसी मुख्यमंत्री को सुझाव देने के लिए सर्च करने इसका नाम सबसे ऊपर आता है।
– कपिल गुप्ता, संस्थापक, रिपब्लिक इंडिया.इन
आमजन को जनप्रतिनिधियों को से सीधे जोडऩे के उद्धेश्य से इस पोर्टल को बनाया था। इसके लिए जरिए देश-विदेश के लोग सीधे ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों, चुनाव आयोग को अपने सुझाव भेजते हैं। अभी तक 4 लाख से अधिक लोग इस पर सुझाव भेज चुके हैं। शायद यही कारण है कि गूगल पर पीएम या किसी मुख्यमंत्री को सुझाव देने के लिए सर्च करने इसका नाम सबसे ऊपर आता है।
– कपिल गुप्ता, संस्थापक, रिपब्लिक इंडिया.इन