Covid 19 Fighter : डेढ़ माह से पत्नी, बेटी और माता-पिता से नहीं मिले ड्रग इंस्पेक्टर, 16 घंटे दे रहे है ड्यूटी दोपहर के समय गांव का एक युवक राजू आदिवासी वहां आया और उसने जगदीश आदिवासी से पीने के लिए बीड़ी मांगी। लॉकडाउन के कारण बाजार में बीड़ी, सिगरेट, गुटखा आदि आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यही कारण रहा कि जगदीश आदिवासी ने राजू को बीड़ी देने से मना कर दिया। राजू को बीड़ी पीने की तलफ लग रही थी, इसके बाबजूद जगदीश ने उसे बीड़ी नहीं दी। इसी के चलते आक्रोश में आकर राजू ने पहले तो जगदीश की लाठी से उसकी पिटाई लगा दी, जिससे उसका एक हाथ फेक्चर हो गया। जब इतने से भी उसका मन नहीं भरा, तो उसने पत्थर उठा कर उसके सिर पर पटक दिया, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया।
कोरोना का कहर : चंबल के ये जिले हैं ग्रीन जोन में शामिल, ऐसे है यहां हालात जगदीश को मरा हुआ समझ कर राजू मौके से फरार हो गया। ग्र्रामीणों ने इसकी सूचना डायल-100 को दी। जिसके बाद जगदीश को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया,जहां उसकी बेहद गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने जगदीश को ग्वालियर रैफर कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है। घायल व उसके परिजनों का कहना है कि राजू से उनकी किसी भी तरह की कोई पुरानी रंजिश नहीं है और ना ही घटना स्थल पर उसका व जगदीश का कोई झगड़ा हुआ।