मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी के वर्चुअल मुख्य आतिथ्य में हजीरा स्थित सुर सम्राट तानसेन की समाधि के समीप ऐतिहासिक महेश्वर किला की थीम पर बने आकर्षक मंच पर बुधवार की सांध्यबेला में अलंकरण समारोह हुआ। संस्कृति विभाग के संचालक एनपी नामदेव ने सम्मानित विभूतियों के सम्मान में प्रशस्ति वाचन किया। अंत में संस्कृति विभाग के सहायक संचालक अमित कुमार यादव ने आभार व्यक्त किया।
ये मिला सम्मान
तानसेन समारोह में कलेक्टर रुचिका चौहान एवं राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय की कुलगुरू प्रो.स्मिता सहस्त्रबुद्धे सहित अन्य अतिथियों ने पं.स्वपन चौधरी को राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण के रूप में आयकर मुक्त पांच लाख रूपए की सम्मान राशि, प्रशस्ति पट्टिका व शॉल-श्रीफल भेंट किए। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संगीत सम्राट तानसेन के नाम से स्थापित यह सम्मान भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में सर्वोच्च राष्ट्रीय संगीत सम्मान है।
मेरे लिए तानसेन सम्मान सर्वोपरि
राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण से विभूषित पंडित स्वपन चौधरी ने कहा कि मुझे शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में तमाम सम्मान मिले हैं, पर तानसेन सम्मान उन सब में सर्वोपरि है। संगीत मेरी दुनिया और तबला मेरा साथी है। तबलेे की आत्मा से मेरा खास रिश्ता है। तबला ही मुझे सुबह उठकर हैलो कहने के लिए प्रेरित करता है।
सभी कला रसिकों का सम्मान
राजा मानसिंह तोमर सम्मान के रूप में सानंद न्यास संस्था इंदौर को पांच लाख रूपए की आयकर मुक्त राशि और प्रशस्ति पट्टिका भेंट कर सम्मानित किया गया। संस्था के अध्यक्ष जयंत माधव भिसे व सचिव संजीव बाबीकर ने यह सम्मान ग्रहण किया। यह संस्था इंदौर में शास्त्रीय संगीत नाट्य और सांस्कृतिक उत्सव के क्षेत्र में पिछले 35 साल से काम कर रही है। राजा मानसिंह तोमर सम्मान कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही संस्था को राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है। जयंत भिसे ने इस अवसर पर कहा कि यह सम्मान केवल सानंद न्यास संस्था का ही नहीं, यह सभी कला रसिकों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के चारों शहरों में सानंद जैसा कार्य होना चाहिए।
तानसेन समारोह को और ऊंचाइयां प्रदान करेंगे
संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने अलंकरण समारोह को वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश कालजयी संस्कृति का संवाहक है। सनातन परंपराएं हमारी पहचान हैं। इसी का पालन करते हुए प्रदेश में कला व संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मूर्धन्य तबला वादक पं.स्वपन चौधरी और इंदौर की संस्था सानंद न्यास को सम्मानित कर प्रदेश सरकार गौरवान्वित है।
ऐतिहासिक नगरी ग्वालियर में संगीत जगत सदैव से प्रदीप्तमान रहा है। सुर सम्राट तानसेन सहित अन्य संगीत मनीषियों ने दीर्घ साधना से इसे पुष्पित व पल्लवित करने का काम किया। तानसेन समारोह को और ऊंचाईयां प्रदान करने में सरकार हर संभव सहयोग देगी।
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