यदि आप नेचर ट्रैकिंग के शौकीन हैं, तो आपको कहीं और जाने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि झांसी रोड स्थित तपोवन ईको पर्यटन विकास बोर्ड में आप लुत्फ उठा सकते हैं। यहां छह किमी का नेचर ट्रैक तैयार किया जा चुका है। साथ ही 4 किमी का साइकिल ट्रैक भी तैयार है। यह पथरीला रास्ता है, जहां आपको घूमते हुए पर्यावरण का पूरा एहसास होगा। इसके साथ ही यहां आप एनीमल्स भी देख सकेंगे। तपोवन को 33 लाख की लागत से डवपल किया जा रहा है। तपोवन 204.56 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जिसके काफी भाग का विकास किया जा चुका है। यहां से बच्चों को जोडऩे के लिए कई नए प्रयोग किए गए हैं, जो उन्हें शिक्षित करने के साथ एंटरटेन भी करेंगे। शहरवासियों के लिए तपोवन ओपन कर दिया गया है। परमीशन लेकर कोई भी तपोवन का भ्रमण कर सकता है। जुलाई से यहां चल रहे सारे काम पूरे हो जाएंगे।
तपोवन में इन दिनों 80 हजार सेड बॉल्स तैयार की जा रही हैं, जो बारिश शुरू होते ही जंगल में फेंकी जाएंगी। मिट्टी की इन बॉल्स के बीच में बीज डाले गए हैं, जो बारिश का पानी गिरते ही अंकुरित हो जाएंगे। ये तपोवन के साथ ही शहर भर के जंगलों में फेंकी जाएंगी। यह प्रोजेक्ट शहर को हरा-भरा करने के लिए चलाया गया है।
बच्चों के लिए तैयार गार्डन, लगाए झूले
तपोवन में बच्चों के लिए गार्डन तैयार किया गया है, जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए हैं। यहां बच्चे नेचर वॉक के साथ एंटरटेन भी हो सकेंगे। इसके साथ ही मेडिसनल प्लांट के द्वारा बच्चे पौधों एवं औषधियों के बारे में जान सकेंगे। यहां 112 प्रजाति के प्लांट मौजूद हैं।
ये नजर आएंगे
तपोवन में हिरन, जंगली सुअर, नील गाय, सेही, खरगोस, गोह, सांप आदि हैं।
तपोवन में 4 किमी का साइकिल ट्रैक और नेचर ट्रेकिंग के लिए 6 किमी का एरिया कम्प्लीट है। यहां तैयार पॉली हाउस, ग्रीन हाउस से बच्चे एवं टूरिस्ट बहुत सी नई जानकारियां ले पाएंगे। जुलाई में तपोवन में चल रहे डवलपमेंट कार्य पूरे हो जाएंगे। 33 लाख की लागत से इस परिसर को पर्यटन स्थल के रूप में डवलप किया जा रहा है। हमारी टीम द्वारा पर्यटकों को नर्सरी विजिट के साथ ही मेडिसनल प्लांट की पूरी जानकारी दी जाएगी7
स्वाति पाठक,
वन विस्तार अधिकारी ग्वालियर