कन्या पक्ष लगुन लेकर नहीं आया तो, वर पक्ष ने बिचौलिए की आफत कर दी। उसे पीटा और शर्त रखी कि बिचौलिए को अब अपनी बेटी से रिश्ता करना पडेगा। वह राजी नहीं हुआ तो रस्सी लेकर उसे पूरी रात मवेशी की तरह खंभे से बांध कर रखा।
नूराबाद (मुरैना) निवासी लाल सिंह गुर्जर 55 ने पुरासानी गांव (झांसी रोड) में सरनाम गुर्जर के बेटे बंटी 28 का रिश्ता रन्नौद (शिवपुरी) में आशाराम की बेटी से तय कराया था। कुछ समय पहले बंटी की सगाई भी हुई थी। 19 अप्रैल को लगुन आना थी। बंटी के घर पर लगुन का जश्न मनाया जा रहा था। रिश्तेदार और आसपास के गांव के लोगों की दावत थी। इसमें बिचौलिए लाल सिंह गुर्जर भी साथी रामनिवास के साथ शामिल होने आए थे। रात 9 बजे तक आशाराम का परिवार लगुन लेकर नहीं पहुंचा तो बंटी ने लाल सिंह से कहा आशाराम से पूछो कितनी देर में लगुन लेकर आ रहे हैं। रिश्तेदार और गांव वाले इंतजार में हैं।
मोबाइल बंद सुना तो आफत कर दी
लाल सिंह ने बताया उन्होंने आशाराम गुर्जर को कॉल किया। उनका मोबाइल बंद था। कई बार फोन करने पर बात नहीं हुई तो बंटी और उसका रिश्तेदार जंडेल, रामवरन और केशव गुर्जर सनक गए। इन लोगों का कहना था लाल सिंह ने सगाई कराई है। उसकी वजह से गांव के सामने बात खराब हो रही है। अब या तो लाल सिंह अपनी बेटी से बंटी की लगुन चढ़ाए नहीं तो उसे गांव से वापस नहीं जाने देंगे।
मना किया पीटा,रस्सी से बांधा
बंटी के साथ बेटी की शादी करने को राजी नहीं हुए तो बंटी, केशव और जंडेल ने उन्हें पीटा फिर रस्सी से उनके हाथ बांध कर खंभे से बांध दिया। रामनिवास से उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी पीटा। पूरी रात लालसिंह को मवेशी की तरह बांध कर रखा। सुबह 7 बजे तक वह घर नहीं लौटे तब उनके परिजनों ने तलाशा। सुबह 7 बजे डायल 100 ने पुरासानी गांव जाकर लाल सिंह को छुड़ाया।
आरोपियों की तलाश, केस दर्ज
रिश्ता टूटने पर तीन लोगों ने मेहमान को बंधक बनाकर रस्सी से बांधकर रखा। आरोपियों पर केस दर्ज किया है। तीनों गांव से फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।