बारिश के कारण दिन का तापमान सामान्य रहेगा, लेकिन उमस का सामना करना पड़ेगा। इस बार अंचल में मानसून की धमाकेदार एंट्री रही है। मानसून के दस्तक के दिन चार जगहों पर भारी बारिश दर्ज हुई है। ग्वालियर में औसत से 38 फीसदी अधिक बारिश दर्ज र्हुई है।
भारी से भारी बारिश का अलर्ट
ग्वालियर चंबल संभाग के सभी जिलों में 26 जून को मानसून सक्रिय हो गया था। 27 जून को मानसून की औपचारिक घोषणा हुई। अंत के तीन दिनों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया, लेकिन सिस्टम अंचल तक आते-आते कमजोर पड़ गया। इस कारण भारी बारिश नहीं हो सकी, लेकिन जून की बारिश का औसत का कोटा पूरा हो गया है। जुलाई में भी बादल अंचल के ऊपर मेहरबान रहने वाले हैं, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र दिल्ली की ओर से जाएंगे, जिसकी वजह से बारिश होगी।
3 व 5 को झमाझम के आसार
-उत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इससे बंगाल की खाड़ी से नमी आना शुरू होगी। इसकी वजह से ग्वालियर शहर सहित अंचल में 3 व 5 जुलाई को झमाझम बारिश के आसार हैं। कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज हो सकती है। 70 से 100 मिली मीटर बारिश हो सकती है। -सोमवार को दक्षिण पश्चिम हवा चलने की वजह से दिन शहर वासियों को उमस का सामना करना पड़ा। शाम को हल्के बादल भी छाए, लेकिन बारिश नहीं हो सकी है। जुलाई का पहला दिन सूखा चला गया है।