शहर में 47.88 इंच (1197 मिलीमीटर) बारिश हुई। 1999 के बाद इतनी बारिश हुई। भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर में ज्यादा बारिश दर्ज हुई। इस बारिश से अंचल का सूखा दूर हो गया। बांध, तालाब सहित अन्य जल स्रोत भर गए, जिससे वाटर लेवल सुधर गया। बोरवेल व कुओं में पानी आ गया है। हवा का रुख बदलने से धीरे-धीरे ठंड की शुरुआत होगी। हालांकि आने वाले 4 दिनों में अभी एक झटका और मिल सकता है। कहीं-कहीं पर तेज बारिश की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है।
अच्छे मानसून का असर
-मानसून अच्छा रहने की वजह से जिले में धान की फसल अच्छी रही है। रबी की फसल के लिए भी बांधों में पर्याप्त पानी है। तालाब भी भरे हुए हैं, जिससे किसान अपना पलेवा कर सकते हैं। इस बार रबी की फसल अच्छी रहने वाली है। -भारी बारिश की वजह से खरीफ में होने वाली हरी सब्जी खराब हो गई। इससे सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। शिवपुरी में अधिक बारिश के कारण टमाटर खराब हुआ है। इस कारण महंगाई झेलनी पड़ सकती है।