मतगणना के स्थल के बारे में बात करते हुए अनुपम राज ने बताया कि ग्वालियर में मौके पर संख्या के हिसाब से 14 से लेकर 21 तक टेबल बढ़ाई गई है। जहां-जहां पोस्टल बैलट ज्यादा है, वहां पर उसके लिए टेबल भी बढ़ाई गई है। इसका फायदा ये होगा कि इसका परिणाम जल्द से जल्द मिलेगा। उन्होंने कहा कि काउंटिंग में जो लोग हैं, उनको पूरी ट्रेनिंग दी गई है। 3 दिसंबर के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी जरूरी निर्देश जिम्मेदार अधिकारियों को दे दिए गए हैं।
तैयारियों की समीक्षा आज
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि गुरुवार 30 नवंबर को एक वीडियो कांफ्रेंस की जाएगी। इस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बार फिर मतदान परिणाम को लेकर तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। उनकी समीक्षा की जाएगी। ईवीएम को मतगणना कक्ष तक लाने की व्यवस्था का लिया जायजा मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने मौके पर स्ट्रांग रूम से ईवीएम को मतगणना कक्ष तक लाने की व्यवस्था का भी जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ संभागीय कमिश्नर, एडीजी, कलेक्टर और एसपी सहित निर्वाचन ड्यूटी से जुड़े सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने मतगणना की तैयारियों से जुड़े कुछ आवश्यक निर्देश भी अधिकारियों को दिए। अनुपम राजन ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से स्क्रीन लगाई गई हैं, चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। जिले की 6 विधानसभाओं के लिए 12 मतदान गणना रूम तैयार किए गए हैं। इस लिहाज से हर विधानसभा के लिए दो कमरे रहेंगे, जिनमें मतगणना की जाएगी।
बालाघाट की घटना को लेकर अनुपम राजन ने कहा कि बालाघाट की घटना मामले में स्ट्रांग रूम को खोलकर वहां पर जो पोस्टल मतपत्र थे, उनकी छंटनी की गई थी। उन्हें विधानसभा वार जमाया गया था, यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में की गई थी। यह सारे तथ्य रिकॉर्डेड हैं, लेकिन ये बात भी सच है कि इस दौरान एआरओ के द्वारा कुछ प्रक्रियात्मक गलतियां हो गई, जिनमें समय से पहले स्ट्रांग रूम खोलना, सूचना देने में देरी करना। यही वजह है कि इसके आधार पर कार्रवाई भी की गई है, पोस्टल मतपत्र पूरी तरह सुरक्षित हैं, किसी को खोला नहीं गया है। किसी की गिनती नहीं हुई है, सिर्फ विधानसभा वार इकट्ठा किया गया है और फिर उन्हें सभी की उपस्थिति में अलग-अलग बैग में रखकर सील कर दिया गया है।