वर्तमान में खेतों में तोरई, लौकी और कद्दू की पैदावार हो रही है। कुछ किसानों ने खेतों में मक्का और धान लगा रखी है। किसान आम व्यक्ति के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ऐसे किसानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। सीवर के पानी से उग रहीं इन सब्जियों को खाकर लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी ऐसी सब्जियों के सैंपल भी नहीं ले रहा है, जिससे पता चल सके कि यह सब्जियां स्वास्थ्य के लिए कितनी घातक हैं।
फ्री का पानी इसलिए खुलेआम खेती
शहर की सीमा से लगे गांव जलालपुरा, महु जमाहर के खेतों में गंदे पानी से सैकड़ों बीघा में सब्जियां उगाई जा रही हैं। शहर का गंदा पानी नाले में जाता है और यह नाला जलालपुर, महुजमार के पास खेतों के पास से होकर बहता है। फ्री का पानी है इसलिए किसान नाले के पास से नाली बनाकर पानी को काट रहे हैं और यह सीवेज का पानी सीधे खेतों में जा रहा है, जिससे लौकी, तोरई, कद्दू, भिंडी आदि की खेती हो रही है। कुछ किसानों ने खेतों में धान, बाजरा और मक्का भी बो दिया है। ये भी पढ़ें: Ladli Behna Yojana: 5 जुलाई को लाड़ली बहनों को 1250 रूपए मिलेंगे या 1500 रुपए, जानिए यहां