टमाटर के दाम एक सप्ताह में तीन गुना से अधिक हो चुके हैं। छत्री मंडी में 30 रुपए प्रति किलो बिकने वाला टमाटर अब 80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। वहीं शहर में ठेलों पर इसके दाम 120 रुपए प्रति किलो तक वसूले जा रहे हैं। टमाटर महंगा होने का कारण है कि लोकल के टमाटर की आवक कम हो गई है, जिससे थोक विक्रेताओं ने अब हिमाचल प्रदेश से टमाटर मंगवाना शुरू कर दिया है।
टमाटर के अलावा अन्य सब्जियां भी महंगी बिकने लगी हैं। जिसमें प्याज 40 से 50 रुपए प्रति किलो हो गई। वहीं हरा धनिया 200 रुपए किलो, भिंडी-करेला भी 50 रुपए प्रति किलो बिक रहे है।
थाली से गायब हुआ सलाद
मानसून के सीजन में हर साल सब्जियां महंगी हो जाती हैं। कीमतें इतनी बढ़ जाती हैं कि इसका असर खाने की थाली पर पड़ने लगता है। खास तौर पर सलाद तो थाली से गायब ही हो जाता है।700 रुपए की कैरेट 1,600 रुपए बिकने लगी
ग्वालियर के लक्ष्मीगंज सब्जी के थोक सब्जी कारोबारी गोपाल सिंह कुशवाह ने बताया कि टमाटर के दाम काफी तेज हो गए हैं। हफ्ते भर पहले तक टमाटर की एक कैरेट 600-700 रुपए की बिक रही थी, वो अब 1,600 रुपए प्रति कैरेट हो गई है। एक कैरेट में करीब 20 से 22 किलो टमाटर आते हैं। एक गाड़ी में करीब 700 कैरेट टमाटर आते हैं, हिमाचल से आने वाला टमाटर अभी कम ही आ रहा है। इसी तरह से इंदौर, शिवपुरी, बीनागंज से आने वाली प्याज की आवक भी काफी कम है, इसके थोक में दाम 35 रुपए किलो हैं।