जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में महिलाएं कनेक्शन के लिए संपर्क कर रही हैं, लेकिन सहायता नहीं मिलने पर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर रही हैं, जिसके चलते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की सीएम हेल्पलाइन की संख्या बढ़ गई है।
ये भी पढ़ें: Vande Bharat: 2 राज्यों के यात्रियों की हो गई बल्ले-बल्ले, ‘वंदे भारत स्लीपर ट्रेन’ का रूट तय केंद्र सरकार ने उज्जवला-1 व 2 के तहत जिले में 1 लाख 19 हजार का लक्ष्य दिया गया था। जिले ने 109 फीसदी का लक्ष्य हासिल किया। 1 लाख 32 हजार महिलाओं को योजना के तहत नि:शुल्क गैस सिलेंडर दिया गया, लेकिन इंडेन गैस, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने ग्वालियर के लिए उज्ज्वला योजना का पोर्टल बंद किया है।
इनका कहना है
तीनों गैस कंपनियों ने ग्वालियर में उज्ज्वला योजना को बंद कर दिया है। इस कारण नए कनेक्शन नहीं हो रहे हैं। उज्ज्वला योजना के कनेक्शन के लिए शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में दर्ज हो रही हैं, जिसकी इसकी संख्या बढ़ी है।- विपिन श्रीवास्तव, जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग
दो बार ही मिल सकी लाड़ली बहनाओं को सब्सिडी
-राज्य सरकार ने लाड़ली बहनाओं को 450 रुपए में सिलेंडर देने के लिए योजना शुरू की थी। विधानसभा चुनाव के पहले दो बार सब्सिडी दी गई, उसके बाद से पैसा आना बंद हो गया। महिलाओं को सिलेंडर का पूरा पैसा भुगतान करना पड़ रहा है। -उज्ज्वला योजना के तहत जिन महिलाओं को सिलेंडर दिया गया था, उन्हें लाड़ली बहना योजना का लाभ मिल सका। उनके सिलेंडर सब्सिडी के तहत भरे गए। -ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संया में महिलाओं को उज्ज्वला योजना का सिलेंडर मिला है।