इस आक्रोश में अजीम के परिवार ने सोमवार दोपहर को उसका शव रामदास घाटी पर रखकर जाम लगाया। हत्यारों को नहीं पकडऩे के पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। अजीम के परिजन हत्या कराने वालों को सिर्फ मोहरा बता रहे हैं। उनके मुताबिक कत्ल का मास्टरमाइंड पर्दे के पीछे है।
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घटना का CCTV आया सामने
कर्नल साहब की ड्योढी (गेंडेवाली सड़क) इलाके में रहने वाले अजीम 45 पुत्र जमालउद्दीन की हत्या में अब उसके परिचित और बस्ती वालों ने चुप्पी तोड़ी है। बस्ती वालों का कहना है कि, अजीम तो सोमवार शाम को घर में था। आजम और बॉबी के साथ शाहिद उसके घर आए थे। शाहिद महलगांव का रहने वाला है। उसकी शोहरत भाड़े पर अपराध करना है। इससे पहले रतलाम और मंदसौर में भी आरोपी हत्या की वारदातों को अंजाम दे चुका है। कुछ दिन पहले ही वो जेल से छूटा है। कुछ दिन से बॉबी और शाहिद का गोल बस्ती में आजम के यहां आना जाना था। शाहिद ने ही अजीम के सीने में गोली मारी थी। इस दौरान हत्यारों का चौथा साथी गली के बाहर खड़ा था।