एक 15 साल का छात्र ग्वालियर स्टेशन पर आरपीएफ के जवान के पास आकर बोला, अंकल कुछ लोगों ने मेरा किडनैप कर लिया है। वह लोग मुझे एक कार में लेकर आए थे। उस कार में मेरे जैसे कई और बच्चे भी थे। मैं तो किसी तरह उनकी चुंगल से भाग कर आया हूं। लेकिन बाकी बच्चे उनके पास हैं। जब पुलिस ने उससे पूछा तुम कैसे उनके चुंगल से भाग कर आए हो तो बच्चे ने बताया किडनेपर गाड़ी रोक कर रेलवे स्टेशन के पास चाय पीने लगे और वहीं मौका देखकर वह कार से निकल भागा।
बच्चे की बात सुनते ही पुलिस जवान ने इस बात की जानकारी अपने अधिकारियों को दी। य़ह इतना बड़ा मामला था कि पूरी पुलिस इसकी सर्चिंग में लग गई। पुलिस ने बच्चे की बताई जगहों पर जांच की और आसपास के सारे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नही लगा।
पुलिस ने छात्र द्वारा बताई गई हर कड़ी को एक दूसरे से जोड़ा तो समझ में आया की कहानी कुछ और ही है। पुलिस ने बच्चे को बिठाकर प्यार से पूरी बात पूछी। बच्चे ने बताया कि वह दसवीं का छात्र है। उत्तर प्रदेश के इटावा का रहने वाला है। उसका मैथ का एग्जाम है उससे बहुत डर लगता है। इस कारण से वह पेपर नही देना चाहता है। जिससे बचने के लिए ट्रेन में बैठकर ग्वालिय़र आ गया।
पुलिस ने इसकी सुचना तुरंत इटावा पुलिस को दी। इटावा पुलिस को सूचना मिलते ही छात्र के परिजन पुलिस के साथ ग्वालिय़र पहुंच गए। इटावा पुलिस के सामने ग्वालियर पुलिस ने बच्चे को उसके परिजन को सौंप दिया।