दरअसल, ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने हाल ही में 800 से ज्यादा लाइसेंसी हथियार निरस्त किये हैं। खास बात ये है कि, सिर्फ ग्वालियर वासियों के पास ही 24 हजार से ज्यादा लाइसेंसी हथियार हैं। लेकिन अब लोग लाइसेंसी हथियार नहीं बनवा पाएंगे, इसके लिए उन्हें काफी ज्यादा समस्याओं और मुश्किलों से गुजरना पड़ेगा। इस चीज के लिए अब नेताओं की सिफारिश भी काम नहीं आएगी।
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प्रशासन सख्त
इस संबंध में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि, जिन लोगों ने लाइसेंसी हथियार का क्राइटेरिया पूरा नहीं किया था और जिनके आवेदनों को 6 महीने से ज्यादा हो गए थे इन सभी के लाइसेंसों को निरस्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं लोग लाइसेंसी हथियार लेने के लिए काफी ज्यादा जद्दोजहद कर रहे हैं। लगातार लाइसेंसी हथियारों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे प्रशासन भी परेशान है। क्योंकि, अधिकारीयों पर नेताओं का दबाव काफी ज्यादा है। ऐसे में अब जिला प्रशासन नेताओं के दबाव से पीछे हट कर ग्वालियर जिले में लाइसेंसी हथियारों की संख्या को कम करने में लगे हैं। आने वाले समय में हथियार की चाह रखने वालों का शौक कम होने के साथ समस्या भी बढ़ सकती है। क्योंकि प्रशासन लगातार लाइसेंस निरस्त कर रहा है।
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