आपको बता दें कि, समारोह में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, संभाग आयुक्त दीपक सिंह, पं किरण देश पांडेय, संचालक संस्कृति अदिति कुमार त्रिपाठी समेत अन्य मेहमानों ने पं. नित्यानंद हल्दीपुर को राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण के रूप में टेक्स से मुक्त 2 लाख रूपए सम्मान राशि प्रदान की। इसी के साथ प्रशस्ति पट्टिका और शॉल-श्रीफल भी भेंट किया। मध्य प्रदेश सरकार ने संगीत सम्राट तानसेन के नाम से स्थापित ये सम्मान भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में सर्वोच्च राष्ट्रीय संगीत सम्मान है।
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गुरु के चरणों में अर्पित है सम्मान- पं. नित्यानंद हल्दीपुर
वहीं राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान के रूप में सामवेद सोसायटी फॉर परफार्मिंग आर्ट संस्था को एक लाख रूपए राशि के साथ साथ प्रशस्ति पत्र भेंट किया। संस्था की ओर से उमा डोंगरा ने ये सम्मान लिया। इस दौरान सुप्रतिष्ठित बांसुरी वादक पं. नित्यानंद हल्दीपुर ने अपनी प्रस्तुति भी दी। साथ ही संगीत के अलग अलग क्षेत्रों से आए कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इस दौरान बांसुरी वादक पं. नित्यानंद हल्दीपुर ने कहा कि, तानसेन सम्मान उन्हें मिले श्रेष्ठ सम्मानों में से एक है। इस सम्मान का उन्हें लंबे समय से इंतजार था। अपने इस सम्मान को वो गुरू के चरणों मे अर्पित करते हैं।