भैरव उपासना क्रूर ग्रहों के प्रभाव को समाप्त करती है। भैरव देव जी के राजस, तामस व सात्विक तीनों प्रकार के साधना तंत्र प्राप्त होते हैं। इनकी साधना स्तंभन, वशीकरण, उच्चाटन और सम्मोहन जैसी सभी तांत्रिक क्रियाओं के दुष्प्रभाव को नष्ट करती है।
ग्वालियर•Nov 20, 2016 / 01:34 pm•
rishi jaiswal
Hindi News / Gwalior / श्री भैरव अष्टमी पर्व: इनकी उपासना से दूर होते है सभी पाप, ताप व कष्ट