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प्रतियोगिता में दूर दराज के शस्त्र लाइसेंसी हिस्सा लेने के लिए पहुंचते हैं। विजेता निशाने बाज को मंदिर समिति की ओर से नगद राशि प्रदान की जाती है। मंदिर पर प्रति सोमवार महिलाएं बड़ी संख्या में पूजा अर्चना तथा जलाभिषेक के लिए पहुंचती हैं।
प्रतियोगिता में दूर दराज के शस्त्र लाइसेंसी हिस्सा लेने के लिए पहुंचते हैं। विजेता निशाने बाज को मंदिर समिति की ओर से नगद राशि प्रदान की जाती है। मंदिर पर प्रति सोमवार महिलाएं बड़ी संख्या में पूजा अर्चना तथा जलाभिषेक के लिए पहुंचती हैं।
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यहां बतादें कि निशानेबाजी प्रतियोगिता में मेहगांव कस्बे के अलावा आसपास के गांवों और बाहरी जिलों से भी लोग हिस्सा लेते आ रहे हैं। तालाब के बीचों बीच मटकी टांग डंडे पर रख दी जाती है जिसे फोडऩे वाले को पुरुस्कृत किया जाता है। मंदिर पर भजन कीर्तन एवं साधु संतों का जमावड़ा हर समय बना रहता है।
यहां बतादें कि निशानेबाजी प्रतियोगिता में मेहगांव कस्बे के अलावा आसपास के गांवों और बाहरी जिलों से भी लोग हिस्सा लेते आ रहे हैं। तालाब के बीचों बीच मटकी टांग डंडे पर रख दी जाती है जिसे फोडऩे वाले को पुरुस्कृत किया जाता है। मंदिर पर भजन कीर्तन एवं साधु संतों का जमावड़ा हर समय बना रहता है।
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