राजेश धाकड़ निवासी दौरार ने बताया शनिवार दोपहर ११:३० बजे १५० किंवटल सरसोंं लेकर ग्वालियर आए थे। मंडी में दाम कम मिल रहे थे, इसलिए ऋषि ऑयल मिल , लोको पर ९ लाख ६० हजार रू सौदा किया। फिर कुछ खरीदारी की। रात 8 बजे रकम लेकर दौरार, मोहना घर आ गए। गांव में दो मकान हैं। दिन भर पूरा परिवार एक मकान पर ही रहता है। रात को पिता और पूर्व जनपद सदस्य सुरेश धाकड़ दूसरे घर पर सोते हैं।
इस मकान का इस्तेमाल परिवार गोदाम में भी करता है। खेती बाड़ी का पैसा भी वहीं रखते हैं। इसलिए सरसों बेचकर मिली रकम वहीं ले गए। वहां २.५० लाख रू पहले से रखा था। पैसा अलमारी में रखकर दूसरे घर लौट आए। रात करीब 1.30 बजे लुटेरे मकान की पिछली दीवार के सहारे घर में घुसे। वहां सुरेश अकेले थे। लुटेरे सीधे दूसरी मंजिल पर उनके कमरे में गए। उन्हें खटिया पर सोते में दबोच लिया। उनके हाथ पैर बांध दिए। मुंह में साफी ठूंस दी। ढाई लाख रू उन्होंने तकिये के नीचे रखा था। उसे लूटा। फिर पूछा बाकी रकम कहां है।
सरियों से मारा, धमकाया आवाज निकली तो मार देंगे
सुरेश धाकड़ ने बताया उन्होंने बाकी रकम बचाने की कोशिश की, लेकिन लुटेरे नहीं मानें। ताबडतोड सरिए मारे। एक बदमाश लगातार बोल रहा था। इसे मार दो। पैसा तो ढूंढ लेंगे। लुटेरे करीब २० मिनट तक उन्हें बंधक बनाकर पीटते रहे। बचने के लिए उन्होंने बता दिया बाकी रकम अलामरी मे हैं। उसे भी बदमाशों ने लूट लिया। वह परिवार और पुलिस को नहीं बुलाएं इसलिए भागते समय उनका मोबाइल भी ले गए। धमकी दे गए, हरकत मत करना वरना वापस आकर मार देंगे।
जानकार थे लुटेरे, लोकल मुखबिर
बदमाशों को सुरेश धाकड़ और उनके परिवार के बारे में पूरी जानकारी रही है। यह पता था पैसा सुरेश के पास रहता है। रात को घर में वह अकेले रहते हैं। पुलिस मान रही है लुटेरे या उनका मुखबिर लोकल है।
राजनीकि रंजिश की भी थ्योरी
डाका डालने वाले कौन है, उन्हें सुरेश के बारे में इनपुट कैसे मिला। बदमाशों के पकड़े जाने पर पता चलेगा। अभी पुलिस घटना में पूरी तरह खाली हाथ है। हर एंगल से तफ्तीश करना बता रही है। लोकल बदमाशों के अलावा यह भी पता लगा रही है सुरेश किन लोगों की राजनीतिक रंजिश है।
सरियों से मारा, धमकाया आवाज निकली तो मार देंगे
सुरेश धाकड़ ने बताया उन्होंने बाकी रकम बचाने की कोशिश की, लेकिन लुटेरे नहीं मानें। ताबडतोड सरिए मारे। एक बदमाश लगातार बोल रहा था। इसे मार दो। पैसा तो ढूंढ लेंगे। लुटेरे करीब २० मिनट तक उन्हें बंधक बनाकर पीटते रहे। बचने के लिए उन्होंने बता दिया बाकी रकम अलामरी मे हैं। उसे भी बदमाशों ने लूट लिया। वह परिवार और पुलिस को नहीं बुलाएं इसलिए भागते समय उनका मोबाइल भी ले गए। धमकी दे गए, हरकत मत करना वरना वापस आकर मार देंगे।
जानकार थे लुटेरे, लोकल मुखबिर
बदमाशों को सुरेश धाकड़ और उनके परिवार के बारे में पूरी जानकारी रही है। यह पता था पैसा सुरेश के पास रहता है। रात को घर में वह अकेले रहते हैं। पुलिस मान रही है लुटेरे या उनका मुखबिर लोकल है।
राजनीकि रंजिश की भी थ्योरी
डाका डालने वाले कौन है, उन्हें सुरेश के बारे में इनपुट कैसे मिला। बदमाशों के पकड़े जाने पर पता चलेगा। अभी पुलिस घटना में पूरी तरह खाली हाथ है। हर एंगल से तफ्तीश करना बता रही है। लोकल बदमाशों के अलावा यह भी पता लगा रही है सुरेश किन लोगों की राजनीतिक रंजिश है।