पोहरी क्षेत्र में घटित हुए हादसे में एक दुधमुंही मासूम बच्ची की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। बाद में उसकी मां अपना दर्द भुलाकर उसे पोहरी और शिवपुरी अस्पताल में ढूंढती फिरी। जानकारी के अनुसार जौरा मजदूरी करने गए आदिवासियों के साथ गांव का राजकुमार आदिवासी अपनी पत्नी रूपवती और डेढ़ साल की बच्ची रीता के साथ गया था। बुधवार को हुए हादसे में राजकुमार की डेढ़ साल की बच्ची रीता अकाल ही काल के गाल में समा गई।
घायलों में दंगल आदिवासी उम्र ४ साल, रामरूप पुत्र श्रीपत आदिवासी उम्र २० साल, देशराज पुत्र श्रीपत आदिवासी उम्र १८ साल, लक्ष्मी पत्नी रामरूप आदिवासी उम्र ४ साल, रामरूप पुत्र सिया आदिवासी उम्र २० साल, सोनीराम पुत्र टोरा आदिवासी उम्र २२ साल, गुलशन आदिवासी उम्र ४ साल, रूपवती पत्नी राजकुमार आदिवासी उम्र २२ साल, गीता पत्नी मोहन सिंह उम्र ४० साल, मारूति पुत्री कुंवरराज उम्र १३ साल, अजमेर पुत्र शिवचरण आदिवासी उम्र १६ साल, तोरन पुत्र रघु आदिवासी उम्र ५० साल, दानो पत्नी राकेश उम्र २३ साल, गायत्री पुत्री राकेश आदिवासी उम्र २ साल, राकेश पुत्र सोमा आदिवासी उम्र २५ साल