इस RIC के जरिए 20 हजार करोड़ के निवेश की उम्मीद जताई जा रही है। कलेक्टर चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव (Regional Industry Conclave 2024) के दौरान ग्वालियर(Gwalior) शहर के ऐतिहासिक वैभव और यहां की औद्योगिक संभावनाओं की प्रभावी ढंग से ब्रांडिंग करें। साथ ही सभी व्यवस्थाओं को इस प्रकार से अंतिम रूप दें जिससे देश-विदेश से आ रहे औद्योगिक प्रतिनिधियों को महसूस हो कि वे एक उत्कृष्ट मेजबान की दहलीज पर आए हैं।
42 स्टॉलों पर उत्पादों की प्रदर्शनी
बैठक में औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी संचालक प्रतुल चंद सिन्हा ने बताया कि ग्वालियर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आईटी(IT), टूरिज्म (Tourism), रक्षा (Defense), लैदर व टैक्सटाइल (Leather and Textile) सहित अन्य सेक्टर के बड़े-बड़े उद्यमी भाग लेंगे। कॉन्क्लेव में स्थानीय एवं प्रदेश के उत्पादों पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें 42 स्टॉल पर उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्वालियर की रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में पिछले दिनों जबलपुर और उज्जैन में हुई कॉन्क्लेव के बाद प्रदेश में आ रहे औद्योगिक निवेश का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया।
बॉयर-सेलर मीट के लिए 15 अगस्त से पंजीयन
प्रतुल चंद सिन्हा ने बताया कि ग्वालियर में होने जा रही रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में बायर-सेलर मीट के लिये ऑनलाइन पंजीयन कराया जा सकेगा। स्थानीय उद्यमी अपने उत्पादों की जानकारी देते हुए 15 अगस्त से ऑनलाइन पोर्टल पर अपना पंजीयन कर सकेंगे। उन्होंने बताया बॉयर-सेलर मीट में लगभग 2,500 उद्यमियों के पंजीयन होने की उम्मीद है। सीएम क्षेत्र के उद्यमियों से करेंगे संवाद
ग्वालियर एवं चंबल क्षेत्र में अधिक से अधिक निवेश लाने और क्षेत्रीय उद्यमियों को लाभान्वित कराने के उद्देश्य से
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्थानीय औद्योगिक संघों के पदाधिकारियों और उद्योगपतियों से संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव जल्द ही ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना, श्योपुर, दतिया,
गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिले के उद्यमियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद करेंगे।