प्रियदर्शनी राजे ने बोली पति के लिए शायरी
मंच पर मौजूद सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को माइक पर बोलने के लिए पिछोर विधायक केपी सिंह ने आमंत्रित किया, तो मौजूद लोगों ने भी समर्थन किया तो प्रियदर्शनी बोलने के लिए आईं। उन्होंने अपने पति के लिए शायरी पढ़ी, जिसमें वे बोलीं- चांदनी से चांद होती है, तारों से नहीं, हम अपने प्रिय सिंधिया जी से प्यार करते हैं, सूट-बूट वाली सरकारों से नहीं।
सिंधिया ने कहा कि मुझे कभी कुर्सीव लाल बत्ती का लालच नहीं है, बल्कि मैं आप लोगों की सेवा करके आपके दिल में जगह बनाना चाहता हूं। सिंधिया ने कहा कि मेरी आवाज न कभी टूटेगी और न कभी झुकेगी। बापू ने हमें सिखाया है कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। उन्होंने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पांच साल पूर्व इसी मैदान में गुजरात के एक बड़े नेता आए थे, जिन्होंने कहा था कि मैं शिवपुरी की जनता को पानी पिलाऊंगा। पांच साल गुजर गए, लेकिन वे एक भी बार नहीं आए। मैने जो शिवपुरी की जनता के लिए जो योजना स्वीकृत करवाई, उसे शिवराज सिंह सरकार ने कईबार रुकवाया, लेकिन हमारी सरकार बनते ही मैने छह माह में पानी पिलाने की घोषणा की थी और आज शहर में सिंध का पानी आ गया। सिंधिया ने कहा कि मोदी ने यह भी कहा था कि कागज के टुकड़े पर मेडिकल कॉलेज नहीं बनता, तो मैं मोदी को शिवपुरी आमंत्रित करता हूं कि व आएं तो मैं उन्हें बताऊंगा कि कैसे कागज के टुकड़े पर मेडिकल कॉलेज बनता है। इससे पूर्व चंदेरी, मुंगावली, अशोकनगर के विधायकों सहित लोकसभा प्रभारी राजेंद्र भारती ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
केपी सिंह बोले – मैने तो कहा था कि आप कहीं बाहर से चुनाव लड़ लें
पिछोर विधायक केपी सिंह ने सिंधिया से कहा कि मेरी मानों तो आप अब यहां से चले जाओ और चुनाव परिणाम के बाद ही आना, मैं तो कहता हूं कि आप अपनी पत्नी को भी साथ ले जाएं और हम भी अपने घर बैठ जाएं, तो भी आप जीतोगे। केपी ने कहा कि मेरी इस बात पर कुछ लोग आपसे कहें कि मैं आपको मरवाने की बात कर रहा हूं, लेकिन सच्चाई यह है कि जीत तो आपकी होगी ही, हम और अन्य कांग्रेसी खुद को उसी तरह मानते हैं जैसे बैलगाड़ी के नीचे चलने वाला कुत्ता समझता है कि बैलगाड़ी वो चला रहा है। यदि मेरी यह बात किसी को बुरी लगी हो तो मैं माफी चाहता हूं। केपी ने कहा कि मैने तो पहले ही कहा था कि आप तो शिवपुरी से बाहर इंदौर या किसी और जगह से चुनाव लड़ लें तो कांग्रेस की एक सीट बढ़ जाती, क्योंकि यहां से तो प्रियदर्शनी राजे भी चुनाव जीत जातीं।
सभा की झलकियां
– पूर्वविधायक हरिवल्लभ शुक्ला को माइक पर बुलाते समय कहा कि संक्षिप्त उद्बोधन दें, तो वे सिर्फ यह कहकर कि 12 मई को अधिक से अधिक मत देकर जिताएं, वापस चले गए।
– केपी सिंह ने प्रियदर्शनी राजे से कहा कि आप भी माइक पर आ जाएं, अन्यथा मुश्किल हो जााएगी।
– सिंधिया की जुबान फिसली तो वे यह बोल गए कि 26 मई को आप जरूर वोट डालने जाएं। इसके बाद तुलसी सिलावट ने उन्हें गलती का अहसास कराया तो वे दुबारा बोले कि 12 मई को जरूर वोट दें।