1 लाख लोगों को होगा फायदा
बिजली के पोल लगकर तैयार हो गए हैं और उनमें बिजली के तार को डाला जा चुका है। बिल्डिंग भी बनकर तैयार हो चुकी है और थोड़ा काम शेष रह गया है जो अगले महीने तक पूरा होने की संभावना है। इस उपकेन्द्र के बनने के बाद ग्वालियर शहर के करीब एक लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा। मध्यप्रदेश में स्थापित होने वाली यह सबसे अनूठी एकमात्र पहली परियोजना है, जिसमें जीआइएस तकनीकी आधारित उपकेन्द्र व मोनोपोल आधारित पारेषण लाइन का निर्माण किया जाएगा।
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ये होगा फायदा…
-विभिन्न क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने वाली शहर की 33 केवी लाइनों की लंबाई कम होगी। -33 केवी लाइनों की लंबाई कम होने से ट्रिपिंग और लाइन लॉस की संभावनाएं कम होगी। -उपकेन्द्र से 8 नग 33 केवी मेन लाइनें निकलेंगी, इससे वोल्टेज भी बेहतर मिलेगा।