सर्दी का मौसम आते ही शहर की आबोहवा बिगडऩे लगती है। कोहरा छाने, बादल छाने या फिर धुंध के दौरान शहर की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित होती है। शहर के ऊपर धुआं और धूल के कणों की लेयर तैयार हो जाती है। यह धुआं और धूल के कण शहरवासी हवा के साथ ग्रहण करते हैं, जिससे फेंफड़े संबंधी रोगियों ककी संख्या बढऩे लगते हैं।
दीनदयाल नगर एरिया भी प्रदूषित
कमर्शियल एरिया से दूर हराभरा दीनदयाल नगर में भी श्वांस लेना खतरनाक हो चुका है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीनदयाल नगर में 11 नवंबर पीएम 10 का हवा में प्रदूषण के कणों के घनत्व 261.15 माइक्रोग्राम रहा। इसी तरह 15 नवंबर को 171.26 माइक्रोग्राम रहा, 16 नवंबर में 162 .64 माइक्रोग्राम रहा। वहीं पीएम 2.5की स्थिति बहुत खराब रही। ११ नवंबर को 185.47,15 नवंबर को 190.47 और 16नवंबर को 162.38 माइक्रोग्राम रहा।
श्वांस के बढ़ेंगे रोगी
सर्दी के मौसम में श्वांस दमा के रोगियों को ध्यान रखने की जरूरत है। हवा में घुलने वाले प्रदूषण के कणों के कारण अस्थमा, दमा, सर्दी, खांसी जैसे रोगी ज्यादा आते हैं। एलर्जी की समस्या लोगों को ज्यादा सताती है।
डॉ. अमित रघुवंशी, ईएनटी विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय
ग्वालियर . ग्वालियर से दिल्ली भेजी गई १५० बोरी तिली को चोरी कर धौलपुर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी ने अलवर की गल्ला मंडी में बेच दिया था। रविवार को पुलिस ने अलवर मंडी में दबिश देकर ५० बोरे तिली बरामद कर मास्टरमाइंड दीपक गुर्जर निवासी धौलपुर व उसका पार्टनर मानसिंह गुर्जर को राउंडअप किया है। पुलिस ने बताया हरिशंकरपुरम निवासी बृजकिशोर अग्रवाल को दिल्ली की विजय ट्रेडिंग कंपनी ने १५० बोरी तिली भेजने का आर्डर दिया था। बृजकिशोर ने इसके लिए दीपक गुर्जर से संपर्क किया तो उसने २४ नवंबर को तिली दिल्ली भेजने के लिए लोडिंग वाहन का इंतजाम तो कराया, लेकिन तिली दिल्ली भेजने की बजाए अपने नाम से बिल्टी बनवाई। बृजकिशोर की तिली अपने घर उतरवाई, उसे अलवर मंडी में बेच दिया। तिली दिल्ली में ठिकाने पर नहीं पहुंची तो बृजकिशोर को शक हुआ पता चला कि तिली तो रास्ते में दीपक गुर्जर चोरी कर चुका है। झांसी रोड पुलिस ने तीन दिन पहले दीपक की तलाश में धौलपुर में दबिश दी तब वह लापता मिला।शनिवार रात उसे और मानसिंह को पकड़ कर पूछताछ में उसने बताया अलवर की मंडी में तिली बेची है।