हर जगह एक जैसा हाल
महाराज बाड़ा, दाना ओली, छापा खाना, मुरार, किलागेट, हजीरा, थाटीपुर क्षेत्र, दर्पण कॉलोनी, विनय नगर व आनंद नगर क्षेत्र के बाजारों के डिवाइडर पर लगी स्ट्रीट व एलईडी लाइट के पोल पर तारों के गुच्छे लटक रहे हैं। एक पोल से दूसरे पोल तक जार भी जा रहे हैं।जनकार्य, होर्डिंग व विद्युत विभाग की है जिम्मेदारी
शहर में बिजली, इंटरनेट व केबल कम्पनियां को लेकर नगर निगम में विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें अहम रोल बिजली कंपनी का भी है। निगम में जहां जनकार्य विभाग, होर्डिंग शाखा व विद्युत विभाग को पोल की जांच, जनकार्य व होर्डिंग को सौंदर्यीकरण को देखते हुए तारों का जाल नहीं लगने देने की जिम्मेदारी दी है। लेकिन अधिकारी सही ढंग से कार्य नहीं कर रहे हैं। Congress Candidate Praveen Pathak Angry: पोलिंग बूथ पर CRPF जवान और कांग्रेस प्रत्याशी में जमकर बहसबाजी, देखें वीडियो
निगम को राजस्व की हानि
नगर निगम कई बार सार्वजनिक विज्ञप्ति जारी कर चुका है, जिसमें बताया गया है कि सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था के लिए लगाए गए पोल पर डाली गई केबल की कोई स्वीकृति नहीं है। इससे न सिर्फ शहर बदसूरत हो रहा है, बल्कि राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।यह है नियम
- मुख्य मार्गों (सड़क की चौड़ाई 60 फीट से अधिक) के पोल पर केबल लगाने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी।
हो यह रहा : पूरे शहर में इस नियम का उल्लंघन किया जा रहा है। - केबल डालने के दौरान सड़क को क्रॉस नहीं किया जा सकेगा।
हो यह रहा : महाराज बाडा से लेकर शहर की अन्य प्रमुख सड़कों पर इस नियम को तोड़ा जा रहा है।
नोटिस देकर कार्रवाई करेंगे
पूर्व में नोटिस देकर कार्रवाई की गई थी और अधिकतर स्थानों से तारों के जाल को हटवाया गया था। अब फिर नोटिस देकर कार्रवाई करेंगे।मुनीष सिकरवार, अपर आयुक्त नगर निगम