नरेन्द्र के महमान बनेंगे पीएम!
नरेंद्र नामदेव ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान कहा कि, कच्चे घर में उनकी बेटी सर्पदंश का शिकार हो गई, जिससे उसका निधन हो गया था। कुछ ही दिन में बेटे की भी मौत हो गई, लेकिन सरकार की योजनाओं ने संभलने का मौका दिया। अब हम दोनों पति-पत्नी सिलाई का काम करके अपनी आजीविका चलाते हैं। नरेंद्र की पत्नी ने प्रधानमंत्री मोदी को घर आने का निमंत्रण दिया, उन्होंने कहा कि ‘अब आप हमारे घर आएं और पोहे-जलेबी खाएं तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा।’ पीएम ने उनका निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया। मोदी ने कहा- ‘मुझे भी आपके घर में खाना खाकर खुशी होगा। समय मिलते ही जरूर आऊंगा।’
1 हजार दिनों में 6 लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाएंगे
बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, इसी 15 अगस्त को लाल किले से मैंने कहा था कि, आने वाले 1 हजार दिनों में देश के करीब 6 लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम पूरा कर दिया जाएगा। पहले देश की ढाई लाख पंचायतों तक फाइबर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था, अब इसको गांव-गांव तक पहुंचाने का संकल्प है।
जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि जब तक दवाई नहीं, तब ढिलाई नहीं। मैं उम्मीद ही नहीं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि आप मेरी इस बात को सुनेंगे ही नहीं मानेंगे भी। इसलिए दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी। इस बात को गांठ बांधकर रखना है।