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डिजिटल फार्म में छात्र जान सकेंगे साइंटिस्ट्स का जीवन
तारामंडल में मुख्य भाग के साथ विभिन्न गैलरी भी बनाई गई है, जिनके द्वारा विजिटर्स को अंतरिक्ष, खगोलीय शास्त्र और इससे जुड़े साइंटिस्ट के बारे में विस्तार से डिजिटल फॉर्म में जानने और समझने का मौका मिलेगा। तारामंडल और गैलरीज स्कूल के छात्रों को शिक्षित करने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
छात्रों के लिए मिनिमम टिकट
तारा मंडल से जुड़े अधिकारियों के अनुसार दो साल बाद स्कूल विधिवत रूप से शुरू हो चुके हैं। अब सीबीएसई स्कूल्स से कॉन्टेक्ट किया जाएगा, जिससे बच्चे तारा मंडल विजिट कर अपनी नॉलेज बढ़ा सकेंगे। इनके लिए मिनिमम टिकट रखा जाएगा। साथ ही शासकीय स्कूल के लिए जिला शिक्षा अधिकारी से लिस्ट लेंगे। प्रिंसिपल से बात की जाएगी। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।
सीबीएसई और शासकीय स्कूल से करेंगे टाइअप
तारा मंडल की ऑफिशियल ओपनिंग 18 जुलाई को होगी। इसके बाद इसे आम नागरिक के लिए खोल दिया जाएगा। जल्द ही हम स्कूल्स से टाइअप करेंगे, जिससे बच्चे तारा मंडल देखकर खगोलीय संरचना के बारे में जान सकेंगे।
-मनोज शर्मा, प्रभारी अधिकारी, डिजिटल म्यूजियम एवं प्लेनेटोरियम (Gwalior Digital Museum)