बता दें कि, शहर में बीते 19 मार्च से पेयजल आपूर्ति ठप है। इसकी वजह ये है कि इलाके को जिस वाटर फिल्टर प्लांट से पानी सप्लाई किया जाता है, उसकी मोटर फुंक गई है। मोटर फुंक जाने से पेयजल सप्लाई बंद है। स्थानीय लोग जैसे तैसे कई किलोमीटर दूर से हैंडपंपों और कुओं से पानी लेकर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं। सभी 15 वार्डों में वाटर फिल्टर प्लांट से पानी की सप्लाई होता है। फिल्टर प्लांट की मोटर फुंकने के बाद इन वार्डों में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। हालात ये हैं कि शङर के बच्चों से लेकर बुजुर्ग और महिलाएं सुबह से शाम तक सिर्फ पानी की तलाश में भटक रहे हैं।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि वाटर फिल्टर प्लांट पर फुंकी मोटर को बदलवा दिया गया है। विद्युत लाइन के जले हुए तार अभी तक नहीं जुड़वाए गए हैं। पानी के परिवहन में लोगों का समय बर्बाद हो रहा है। लिहाजा लोग न तो समय पर अपनी दुकानें खोल पा रहे हैं और ना ही अन्य प्रकार के काम धंधों पर पहुंच पा रहे। सीधे तौर पर लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है।
स्थानीय नागरिकों ने चेताया कि अगर रविवार तक समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो वो सोमवार की दोपहर नगर परिषद कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। लोगों ने बताया कि होली जैसा पर्व आ रहा है। ऐसे में पानी की जरूरत रोज के दिनों से ज्यादा पड़ने वाली है। ऊपर से पेयजल सप्लाई बंद है। ऐसे में पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो त्यौहार का उल्लास भी फीका पड़ जाएगा।
मामले को लेकर भांडेर सीएमओ नागेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि नगर में पेयजल आपूर्ति कुछ ही घंटे में बहाल कर दी जाएगी। वाटर फिल्टर प्लांट की मोटर फुंक जाने व बिजली की केबल जल जाने से समस्या उत्पन्न हुई है। जिसमें मोटर दुरुस्त करा ली गई है। केबल भी बदलवाई जा रही है।