ग्वालियर दिन भर भटकने के बाद वीजा दिलाने वाला नहीं मिला तब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ। इसके बाद यह पुलिस के पास पहुंचे। इन्होंने पुलिस को बताया, नाइजीरिया से पढ़ाई के लिए अहमदाबाद (गुजरात) आए हैं। अब कनाडा जाना है। इसलिए वीजा हासिल करने की प्रक्रिया ऑनलाइन पता की थी।
गूगल से मिला एजेंट का नंबर, ग्वालियर बुलाया
गूगल पर एजेंट का नंबर मिला था। उस पर संपर्क किया तो फोन रिसीव करने वाले ने वीजा दिलाने का वादा किया। शुरुआती कार्रवाई के लिए 20 हजार रुपया मांगा। भरोसा कर उसके खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया। दो तीन दिन पहले उससे बात की तो उसने ग्वालियर में ऑफिस होना बताया। उससे वीजा लेने के लिए यहां आ गए। लेकिन अब ठग फोन नहीं उठा रहा।
पंजाब का मोबाइल नंबर निकला: पुलिस
एसआई धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया विदेशी युवकों ने दलाल का नंबर भी बताया। ट्रेस करने पर फोन नंबर पंजाब का निकला। इसलिए तीनों को बताया कि ठग ने पैसा लेकर उन्हें पता भी गलत बताया है। अहमदाबाद जाकर उसकी शिंकायत करो।