ये पांच कोश के भी प्रतीक हैं। वेद में सृष्टि की उत्पत्ति, विकास, विध्वंस और आत्मा की गति को पंचकोश के माध्यम से समझाया गया है। इन पंचकोश को पांच तरह का शरीर भी कहा गया है।
ग्वालियर•Aug 29, 2016 / 06:19 pm•
rishi jaiswal
Hindi News / Gwalior / पंचमुखी गणेश होते हैं अत्यधिक शुभ और मंगलमयी