शहर में शनिवार को दो घंटे में हुई 70 एमएम झमाझम बारिश से पूरा शहर तरबतर हो गया, लेकिन तिघरा के कैचमेंट एरिया में हल्की बारिश ही हुई। पेहसारी से भी तिघरा के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। रविवार को तिघरा का जलस्तर 733.2 फीट पर पहुंच गया, जो गत दिवस के जलस्तर से 1 फीट अधिक है। वहीं दो दिन से शहर को 10 एफसीएफटी पानी सप्लाई किए जाने के बाद भी तिघरा का जलस्तर 732.2 पर स्थिर बना हुआ था। तिघरा के गेट 738 फीट के बाद खोले जाते हैं। इस बार गेट खुलने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश अच्छी नहीं होने के कारण अभी भी 5 फीट खाली है।
बारिश का पानी आया 7 फीट
तिघरा का कैचमेंट एरिया घाटीगांव और रेहट के बीच है। यहां बारिश होने पर ही तिघरा का जलस्तर बढ़ता है। इस सीजन में घाटीगांव क्षेत्र में अधिक बारिश नहीं हुई, जिसके कारण तिघरा के जलस्तर में कोई खास वृद्धि नहीं हुई। अभी तक तिघरा में केवल 6 से 7 फीट पानी ही आया है। यही कारण है कि पेहसारी डैम से तिघरा के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं पहले भी ककेटो से तिघरा में पानी छोड़ा गया था, जिसके कारण ही तिघरा का जलस्तर बारिश न होने के बाद भी 733.2 फीट है। अगर ककेटो और पेहसारी से पानी नहीं लाया जाता तो इस बार हालात बहुत ही बदतर होते और शहरवासियों को अक्टूबर तक भी पानी मिलना मुश्किल था।
तिघरा का कैचमेंट एरिया घाटीगांव और रेहट के बीच है। यहां बारिश होने पर ही तिघरा का जलस्तर बढ़ता है। इस सीजन में घाटीगांव क्षेत्र में अधिक बारिश नहीं हुई, जिसके कारण तिघरा के जलस्तर में कोई खास वृद्धि नहीं हुई। अभी तक तिघरा में केवल 6 से 7 फीट पानी ही आया है। यही कारण है कि पेहसारी डैम से तिघरा के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं पहले भी ककेटो से तिघरा में पानी छोड़ा गया था, जिसके कारण ही तिघरा का जलस्तर बारिश न होने के बाद भी 733.2 फीट है। अगर ककेटो और पेहसारी से पानी नहीं लाया जाता तो इस बार हालात बहुत ही बदतर होते और शहरवासियों को अक्टूबर तक भी पानी मिलना मुश्किल था।
अभी और बढ़ेगा जलस्तर
तिघरा का जलस्तर 1 फीट बढ़ गया है। तिघरा क्षेत्र में गत दिवस हल्की बारिश हुई है। पेहसारी से भी पानी छोड़ा जा रहा है। बारिश और पेहसारी से जो पानी आया उसके कारण जलस्तर बढ़ा है। अभी जलस्तर और बढ़ेगा।
संतोष तिवारी, प्रभारी तिघरा, जलसंसाधन विभाग
तिघरा का जलस्तर 1 फीट बढ़ गया है। तिघरा क्षेत्र में गत दिवस हल्की बारिश हुई है। पेहसारी से भी पानी छोड़ा जा रहा है। बारिश और पेहसारी से जो पानी आया उसके कारण जलस्तर बढ़ा है। अभी जलस्तर और बढ़ेगा।
संतोष तिवारी, प्रभारी तिघरा, जलसंसाधन विभाग