शुरु से हॉकी से लगाव था दो महीने पहले जब ग्वालियर आया था तो मौहल्ले में सभी से मुलाकात की थी, उसने वादा किया था कि उसका टारगेट इंडियन हॉकी टीम में शामिल होना और देश के लिए गोल्ड जीतना है। इसलिए पुरजोर कोशिश में था। कोच दिलशाद ने बताया कि अनिकेत जब छोटा था तो घर से सटे हॉकी स्टेडियम में आ जाता था। उसे शुरु से हॉकी से लगाव था, सेंटर फारवर्ड पर खेलता था। उसकी मौत ने हमसे एक होनहार हॉकी खिलाडी छीन लिया है।
सुध बुध खो गए नाना
अनिकेत उर्फ अन्नू की मां अशोकनगर में है, इसलिए अन्नू और उसकी बहन सारिका की देखभाल के लिए नाना, नानी साथ रहते थे। अनिकेत की कार एक्सीडेंट में मौत हो गई है दोपहर तक बुजुर्ग नाना को घटना की जानकारी नहीं दी थी। लेकिन जब घर के बाहर तंबू और आने जाने वालों के लिए कुर्सियों का इंतजाम किया गया तो नाना को शक हुआ उन्होंने पूछा कि यह सब क्यों हो रहा है तो उन्हें दर्दनाक घटना बताना पडी। नाती की मौत की खबर सुनकर वह बदहवास हो गए। सोमवार को अनिकेत के पिता राजकुमार भी पत्नी के पास अशोकनगर में थे।
कैसा है अक्षय, सही हालत बताओ
उधर अक्षय की हालत को लेकर भी मौहल्ले में चिंता है, उनके पडोसी और चाचा अमित लगातार अक्षय के स्वास्थ के बारे में जानकारी ले रहे हैं। बस्ती वाला का कहना हे एक्सीडेंट में लाडले अनिकेत को तो खो चुके हैं, लगातार दुआ कर रहे हैं कि इश्वर अक्षय को तो जिदंगी दे।