LIVE VIDEO : रंगदारी दिखाते हुए युवक को सरेराह मारी गोली,आपने आज तक नहीं देखा होगा मर्डर का ऐसा खतरनाक सीन
कुछ दिन पहले उसे चाकू लेकर घूमते हुए देखा था। पुलिस को भी घटना पता है। जितेन्द्र ने भतीजी से छेड़छाड़ करने पर उसे पीटा तो उस वक्त दीपक ने माफी मांग कर कसम खाई थी दोबारा हरकत नहीं करेगा लेकिन जितेन्द्र से दुश्मनी का बदला लेने की फिराक में था। इसलिए लगातार उसकी रैकी कर रहा था। बुधवार दोपहर करीब ३:३० बजे जितेन्द्र स्कूटर से बाड़े के लिए निकला गुंडों ने उसे सिंधी धर्मशाला से करीब ५० मीटर की दूरी पर हत्यारे उसके इंतजार में खड़े थे। जीतू को आता देखकर गुंडों ने उसे रोका। उसे पीटा फिर सिर और पीठ में गोलियां मारीं।
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शहनाई की खुशी मातम में बदली
जितेन्द्र के घर में बुधवार को शहनाई बजना थी, लेकिन उसकी हत्या से खुशियां मातम में बदल गर्इंं। रवि ने बताया 11 दिसंबर को चचेरे भाई शुभम की बारात गई थी। बुधवार को उसका रिसेप्शन था। दोपहर 3.30 बजे तक बड़ा भाई जितेन्द्र रिसेप्शन की तैयारियों में जुटा था। उसके बाद किसी को बिना बताए स्कूटर उठाकर चला गया। कुछ देर बाद पता चला कि हत्यारों ने उसे गोली मार दी
प्लानिंग से मर्डर
हत्यारों ने पूरी प्लानिंग से जितेन्द्र की हत्या की है, जिस बाइक से दीपक खासगी बाजार पहुंचा उसकी नंबर टूटी थी। फुटेज में बाइक देखकर परिजन ने पहचान लिया कि मोटरसाइकिल दीपक बाथम की है। दीपक की फेसबुक से हत्या में शामिल गुंडों के फोटो, सीसीटीवी फुटेज से मिलाकर उनकी पहचान की है।
सबने देखी हत्या, चुप्पी साध गए
खासगी बाजार में जितेन्द्र की हत्या का मंजर करीब १०० से ज्यादा लोगों ने देखा, लेकिन कोई हत्यारों के बारे में मुंह नहीं खोल रहा है। हत्यारों ने बाजार में खडे़ चाय के ठेले से करीब १५ मीटर की दूरी पर जितेन्द्र को गोलियां मारीं। चायवाले से जब घटना के बारे में पूछा तो उसका कहना था उसे दूर का दिखाई नहीं देता।इसी तरह कपड़ा शोरूम संचालक और उनके पड़ोसियों का कहना था दुकान में अंदर गोलियों की आवाज सुनाई नहीं दी।
साथ नहीं थी बंदूक
परिजन का कहना था जितेन्द्र के पास ३१५ बोर की लाइसेंसी बंदूक है, सूद और प्रॉपट्री का धंधा होने की वजह से वह हमेशा बंदूक साथ रखता था। बुधवार शाम को बंदूक घर पर रखी छोड़ गया। निहत्था होने की वजह से हत्यारों का मुकाबला नहीं कर सका।
इन्हें पहचाना
पुलिस का कहना है हत्या का मंजर खासगी बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया। परिजन ने फुटेज देखकर दीपक बाथम, कार्तिक खटीक, अजय पचौरी और अंकित घोसी को पहचान लिया है।
कैमरा सर्विलांस फिर नाकाम
हत्यारों ने बुधवार शाम को भरे बाजार में जितेन्द्र की हत्या की, पांचों हत्यारे दो बाइक पर बैठकर बाड़े होते हुए भागे। दिनदहाड़े हत्या का पता घटना के करीब पांच मिनट बाद चल गया। लेकिन उसके बावजूद हत्यारे बचकर निकल गए। जबकि अपराधियों का शहर में मूवमेंट ट्रेस करने के लिए करीब 625 कैमरे लगे हैं। पुलिस कंट्रोल रूम में उनके जरिए 24 घंटे शहर की निगरानी की जा रही है। लेकिन उसके बावजूद पुलिस यह पता नहीं कर सकी कि हत्यारे किस रास्ते से निकल कर भागे हैं।
दुश्मनी में वारदात
हत्या में दुश्मनी की थ्योरी सामने आई है। एक आरोपी और उसके साथियों का नाम सामने आया है। उन्हें तलाशा जा रहा है। एक संदेही को हिरासत में लिया है।
दिनेश कौशल एएसपी