पुलिस की ओर से की गई कारर्वाई से भीड़ भी आक्रोशित हो उठी। देखते ही देखते भीड़ में मौजूद कुछ युवाओं ने भी पुलिस के लाठीचार्ज पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस के साथ साथ आम लोगों की भीड़ पर पथराव शुरू कर दिया। इस पत्थरबाजी में मैच देखने आए दर्जनों लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। बताया जा रहा है कि पथराव में एक शख्स बुरी तरह लहूलुहान हो गया, जबकि कुछ पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
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क्षमता से दोगुनी भीड़ पहुंची ग्राउंड के अंदर, उससे भी दोगूनी खड़ी थी बाहर
दरअसल, ग्वालियर में रविवार को मध्य प्रदेश लीग 2024 का फाइनल मैच भोपाल लेपर्ड और जबलपुर लायंस के बीच खेला गया। आयोजकों ने शंकरपुर स्थित श्रीमंत माधव राव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में खिताबी मुकाबले में सभी की एंट्री निशुल्क रखी थी। इसके चलते सिर्फ ग्वालियर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों तक से बड़ी संख्या में लोग फाइनल मुकाबला देखने पहुंच गए। मैच शुरु होने से पहले ही हालात ये हो गए कि स्टेडियम के अंदर क्षमता से दोगुनी भीड़ पहुंच चुकी थी, जबकि उससे भी कई गुना ज्यादा भीड़ स्टेडियम के बाहर मौजूद थी।भीड़ को नियंत्रित करने के लिए किया गया लाठीचार्ज
ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहले पुलिस ने ऑल हटाना शुरू किया, लेकिन लोग मानने के लिए तैयार नहीं हुए और इस बीच मशहूर आईपीएस मनोज शर्मा अपनी पत्नी और दोस्त के साथ अंदर आते समय वीवीआईपी गेट पर भीड़ में फंस गए। इस दौरान भीड़ को अनियंत्रित होता देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया, ताकि आईपीएस मनोज शर्मा को सकुशल अंदर लाया जा सके।गंभीर रूप से घायल हुआ युवक
लाठीचार्ज के विरोध में एकाएक शुरु हुई पत्थरबाजी में भीड़ में मौजूद कमलेश गुर्जर नाम का एक युवक गंभीर घायल हो गया। उसके सर पर गंभीर चोट आने के साथ नाक पर गहरा घाव आया, खून से लथपथ वह मेडिकल मदद के लिए स्टेडियम के साइड पर बैठ गया। कमलेश का कहना है कि भीड़ बहुत ज्यादा थी और अचानक पुलिस ने लाठियां मारना शुरू कर दिया जिसके चलते वह घायल हो गया। यह भी पढ़ें- Bhojshala ASI Survey : खुदाई में निकले 11 अवशेष, हिंदू पक्ष ने बताया सनातनी आकृतियां, मुस्लिम पक्ष बोला- कब्र की हड्डियां हैं