ये ऐसे मतदाता हैं, जो मौके पर नहीं मिले। घर छोड़ दूसरी जगह शिफ्ट हो गए। कुछ का निधन भी हो चुका है। इसके अलावा फोटो ब्लर है। इन सभी को बीएलओ ने चिह्नित किया है। चिह्नित मतदाताओं की रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की है।
आशंका इसलिए मतदाता सूची की विसंगति दूर करने के लिए विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान सर्वे किया गया था। नाम हटाए गए, नए जोड़े गए थे। दो चुनाव के बाद भी सूची में विसंगति मिली है। इसके चलते घर-घर सर्वे किया जा रहा है।
कांग्रेस ने चुनाव के वक्त की थी आपत्ति
कांग्रेस ने मृतक मतदाताओं की संख्या को लेकर आपत्ति की थी। पार्टी का कहना था कि सांख्यिकी विभाग में मृतकों के जो आंकड़े दर्ज हैं, उस हिसाब से नाम नहीं हटे हैं। ऐसे में फर्जी मतदान की आशंका जताई थी। गैरहाजिर, स्थान परिवर्तन वाले वोटर का भी फर्जी वोट डलने से इनकार नहीं किया जा सकता। उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव जैन के अनुसार जो वोटर चिह्नित नहीं हो रहे, उनके नाम हटाए जाएंगे। ये भी पढ़ें: मोहन सरकार सख्त, अब कलेक्टर, निगमायुक्त जाएंगे जेल, लगेगा जुर्माना भी, जानें क्या है नया नियम यहां बन रहा है भारत का सबसे हाईटेक रेलवे स्टेशन, सुविधाएं चौंका देंगी, एक्सीडेंट होंगे Zero